0 मस्तूरी पुलिस को कार्यवाही में मिली बड़ी सफलता
बिलासपुर(खटपट न्यूज़)। लॉकडाउन के दौरान आवागमन के साधनों के संकट के बीच मस्तूरी पुलिस ने ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के अंतर्गत 11 बच्चों को एक माह के बीच देश के अलग-अलग राज्यों से ढूंढ निकाला है। यह संख्या जिले में सर्वाधिक है। इनमें से तीन नाबालिग दुष्कर्म के शिकार भी हुए। इन बच्चों में से कई 2017 से अपने घरों से गायब हुए थे।
कोर्ट के आदेश के अनुसार घर से भागने या लापता होने वाले सभी बच्चों के मामलों में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया जाता है, क्योंकि यह माना जाता है कि उन्हें घर और मां बाप को छोड़ने के लिये बहलाया फुसलाया भी जाता है। एक माह में जिन 11 नाबालिगों को छुड़ाया गया उनमें से 9 अपनी मर्जी से घर से निकले थे। सभी बालक बालिकाओं को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। धारा 363 के तहत दर्ज 8 मामलों में किसी तरह का यौन अपराध होना नहीं पाया गया। तीन मामलों में नाबालिग लड़कियों के साथ रेप हुआ है। इसमें आरोपियों के खिलाफ पास्को एक्ट 4, 6 के अलावा धारा 363, 366 तथा 376 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया। इन मामलों में कल्लू उर्फ परमेश्वर, किशोर कुमार उर्फ बंटी तथा गणपत जांगड़े को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से इन्हें जेल भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर जिले में एक जुलाई से 31 जुलाई तक ऑपरेशन मुस्कान चलाकर अधिक से अधिक लापता बच्चों को ढूंढने का अभियान चलाया गया। एएसपी संजय ध्रुव, डीएसपी निमिषा पांडे ने मस्तूरी पुलिस का मार्गदर्शन किया। थाना प्रभारी फैजूल शाह ने चार अलग-अलग टीम बनाकर अपह्त बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया। इन मामलों में साइबर सेल की सहायता भी ली गई।
मस्तूरी पुलिस ने कहा कि क्षेत्र में ऐसे अनेक मामले आ रहे हैं जिसमें बच्चे घर छोड़कर चले जाते हैं। अभिभावक बच्चों को किसी बहकावे में आकर घर से बाहर न जाने दें। ऐसी कोई घटना सामने आये तो मस्तूरी पुलिस को तुरंत सूचित करें।
उक्त कार्रवाई में उपनिरीक्षक सीएस नेताम, सहायक उपनिरीक्षक हेमसागर पटेल, सहायक उप निरीक्षक प्रदीप यादव, सहायक उपनिरीक्षक भूरे दास, महिला आरक्षक प्रीति शर्मा, मीना राठौर, आरक्षक मिथिलेश सोनी, कमलेश शर्मा, संतोष पाटले, प्रेम शंकर बंजारे योगेंद्र खुंटे, बसंत मानिकपुरी, धर्मेंद्र साहू, दीपक साहू, सुरेंद्र कौशिक, कृष्ण कुमार महिलांगे व योगेश निर्मलकर भी शामिल रहे।