घेराबंदी कर पकड़ा तो मामला यह था….
कोरबा,(खटपट न्यूज)। दीपका थाना सहित पुलिस महकमे में उस वक्त हड़कम्प मच गई जब 2 साल की बच्ची को बलपूर्वक उठा ले जाने की सूचना आम हुई। घेराबंदी कर बच्ची को बांगो में बरामद कर कुछ लोगों को पकड़ा गया।
दरअसल 7 जुलाई को रात्रि 09:30 बजे दीपका थाना में मोबाईल फोन से सूचना प्राप्त हुआ कि कुछ लोग ग्राम सिरकी के घर से 2 साल की एक बच्ची को उठाकर स्कार्पियों जैसी गाड़ी से जबरदस्ती बलपूर्वक लेकर जा रहे हैं। थाना प्रभारी हरीश टांडेकर ने पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री खोमन लाल सिन्हा को अवगत कराया। इनके द्वारा तत्काल पुलिस कन्ट्रोल रूम के माध्यम
से उक्त लोगों के बच निकलने के सभी रास्तों पर नाका बंदी हेतु जिले के सभी थाना-चौकी एवं अन्य जिले के
सरहदी थाना- चौकियो को सूचना दिया गया। घटना के तुरंत बाद की गई नाकाबंदी से सभी वाहनों को रूकवा-रूकवा कर जांच किया गया। जांच के दौरान एक संदिग्ध स्कार्पियो वाहन को थाना बांगो की पुलिस टीम द्वारा रोका गया। वाहन में एक पुरूष, एक महिला एवं 2 वर्ष की एक बच्ची होने पर रोका गया एवं थाना दीपका को सूचना दी गई। तस्दीक उपरान्त पाया गया कि ये सभी वही लोग हैं।सभी को थाना दीपका लाकर तस्दीक किया गया।
0 माँ की मौत के बाद बच्ची को रखने का विवाद
तस्दीक पर पाया गया कि ग्राम सिरकी निवासी दत्नाकर शाहा का 4 वर्ष पूर्व प्रेम विवाह हुआ था। पत्नि श्रीमति दर्पण शाहा की मृत्यु रोड एक्सीडेंट में अगस्त 2019 में हो गयी थी। तब दर्पण शाहा के माता-पिता झारखण्ड से आकर दत्नाकर शाहा की पुत्री कु. संस्कृति रानी को अपने घर ले
जाकर करीब 7 माह तक रखे थे। 7 माह पश्चात् संस्कृति के पिता एवं दादा झारखण्ड जाकर संस्कृति को वापस सिरकी दीपका ले आये। कुछ दिन बाद पुनः संस्कृति को लेने उसके नाना, नानी, मामा सिरकी आये थे।
0 दादा और नाना पक्ष में हुआ था विवाद
संस्कृति की परवरिश को लेकर दोनों पक्ष में विवाद हुआ और दोनों पक्षों में लड़ाई- झगड़ा होने पर थाना दीपका में अपराध कमांक 37, 38/2020 धारा 294, 506, 323, 34 भादवि कायम है।
0 पिता को सौपी गई संस्कृति रानी
7 जुलाई को संस्कृति को लेने नाना-नानी के पक्ष के लोग ग्राम सिरकी आये जो संस्कृति को उसके पिता के सामने ले गये थे। संस्कृति को लेने जाने की जानकारी दत्नाकर शाहा के पिता संतोष शाहा को होने पर थाना दीपका में मोबाईल से सूचना दिया था। थाना में सूचना देते समय संस्कृति के नाना-नानी एवं मामा द्वारा ले जाने की बात नहीं बताया गया था। पूरा मामला संस्कृति के परवरिश एवं सरंक्षण का होना पाया गया है। संस्कृति के नाना नानी, मामा द्वारा उसे ले जाने के दौरान दत्नाकर शाहा एवं परिवार के साथ मारपीट किया गया। जांच उपरांत वैधानिक कार्यवाही की गई है। पुलिस द्वारा बच्ची संस्कृति रानी को पिता दत्नाकर शाहा के सुपुर्द किया गया।