प्रकरण का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 13-08- 2020 को प्रार्थी रमेश वस्त्रकार ने थाना मस्तूरी में प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया कि उसके बेटे आशीष वस्त्रकार को अनुराग तिवारी तथा उसके कुछ अन्य दोस्त शाम 6:00 से 7:00 के बीच ग्राम भानेसर से अगवा कर लिए हैं तथा उसके साथ मारपीट का उसे बिलासपुर की ओर ले कर गए हैं। अपहरण कर मारपीट किए जाने की सूचना पर मस्तूरी पुलिस ने तत्काल ही मामले में अपराध क्रमांक 329/20 धारा 294, 323, 342, 365, 34 भादवी पंजीबद्ध किया गया। मामला गंभीर होने के कारण घटना की जानकारी तत्काल पुलिस अधीक्षक महोदय बिलासपुर प्रशांत अग्रवाल तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव को दी गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त किया गया। अपहृत युवक के साथ किसी प्रकार की गंभीर घटना ना हो इसके लिए उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती निमिषा पांडे तथा थाना प्रभारी मस्तूरी फैजुल शाह के नेतृत्व में दो टीम बनाई गई और अपहृत युवक तथा आरोपियों की पतासाजी की जाने लगी इस दौरान पुलिस का दबाव बढ़ता देख आरोपीगण अगवा किए गए युवक को गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी कोनी के पास छोड़कर भाग निकले। पुलिस द्वारा अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गया तथा प्राथमिक उपचार के लिए मुलाहिजा कराकर सिम्स में भर्ती कराया गया।युवक से बातचीत करने के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि आरोपी अनुराग तिवारी के अलावा उसके तीन अन्य साथी भी हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किया जाने लगा इस दौरान अलग-अलग स्थानों पर पुलिस टीम द्वारा दबिश दी गई परंतु यह सारे आरोपी अलग-अलग जगह पर छिप गए। प्रकरण गंभीर होने से पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रशांत अग्रवाल द्वारा थाने के टीम के साथ ही साइबर की टीम को भी सक्रिय किया गया आरोपियों के छिपे हुए संभावित स्थान पर लगातार छापेमारी की गई इस दौरान देव नगर कोनी,बहताराई सरकंडा तथा टिकरापारा से चारों आरोपी क्रमशः अनुराग तिवारी पिता सुरेश तिवारी, अनिल कुमार पिता जवाहर ध्रुव, शुभम यादव पिता शत्रुघ्न यादव, तिलक जायसवाल पिता मुकेश जायसवाल को हिरासत में लिया गया पूछताछ पर मुख्य आरोपी अनुराग तिवारी द्वारा बताया गया कि पीड़ित युवक आशीष वस्त्रकार के द्वारा अनावश्यक रूप से उसके परिवार के साथ वाद विवाद किया जाता था जिस संबंध में 2 वर्ष पूर्व भी पीड़ित युवक को बैठक कर समझाइश दी गई थी इसके बाद विगत कुछ महीनों से पुनः आशीष द्वारा वाद विवाद किया जाने लगा था जिसे सबक सिखाने के उद्देश्य से अनुराग तिवारी द्वारा अपने दोस्तों के साथ उसे अगवा कर मारपीट किया गया था जब पुलिस टीम द्वारा ढूंढने की जानकारी मिली तो आशीष को घटना के संबंध में किसी को नहीं बताने की धमकी देकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गेट पर छोड़कर भाग निकले।अपहरण की घटना में शामिल चारों युवक को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया तथा घटना में प्रयुक्त दो नग मोटरसाइकिल भी जप्त कर आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया। आरोपियों से यामाहा कंपनी की एफजेड बाइक वाहन क्रमांक सीजी 10 बी 7074 व हीरो कंपनी की बाइक इगनिटर वाहन क्रमांक सीजी 10 ए 1640 जप्त की गई है जिसका उपयोग वारदात में किया गया था।प्रकरण में थाना मस्तूरी से थाना प्रभारी फैजुल शाह उपनिरीक्षक सी एस नेताम प्रधान आरक्षक मनोज राजपूत आरक्षक आफाक खान, कमलेश शर्मा, मिथिलेश सोनी तथा थाना सिटी कोतवाली प्रभारी कलीम खान व सायबर सेल प्रभारी प्रभाकर तिवारी, उपनिरीक्षक सागर पाठक, मनोज नायक, हेमंत आदित्य की सराहनीय भूमिका रही