रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने बड़ा मोर्चा खोल दिया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में रमन सिंह के खिलाफ पीएमओ के आदेश पर हो रही जांच को बंद किये जाने के पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस ने हमला बोला है। कांग्रेस ने प्रेस वार्ता लेकर पूर्व मुख्यमंत्री के उस बयान को सफेद झूठ करार दिया है। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री की आय को लेकर सवाल उठाते हुए दस्तावेज भी प्रस्तुत किये हैं और पूछा है कि 15 साल में उनकी आय दस गुनी कैसे हो गई है।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा है कि पीएमओ ने जांच बन्द कर दी है। यह सच नहीं है। अगर जांच बंद हो भी जाती तो क्या उसे रमन क्लीन चिट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं? हमारा कहना है कि रमन सिंह ने आय से अधिक संपत्ति बनाई। हम मांग करते हैं कि रमन सिंह, वीणा सिंह और अभिषेक सिंह की संपत्ति की जांच हो। रमन सिंह के पास भ्र्ष्टाचार का पैसा पहुँचता था इसके बारे में हमारे पास बहुत सारे सबूत रखे हैं। रमन सिंह की संपत्ति 2003 से 18 तक 10 गुना कैसे बढ़ गयी। ऐसा उन्होंने क्या किया कि सम्पति इतनी बढ़ गयी।
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि इनकम टैक्स और ईडी को केंद्र सरकार ने अपना हथियार बना लिया है। जब मोदी सरकार अन्य मामलों में जांच के लिए सीबीआई और ईडी को भेज सकती है तो इस मामले को क्यों नहीं सौप रही।
राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि लोगों के खून पैसे की कमाई का रमन सिंह और उनके परिवार के द्वारा शोषण किया गया। छत्तीसगढ़ की अस्मिता के मामले में अगर किसी ने बोलने की शुरुआत की तो वो भूपेश बघेल हैं। पनामा में रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह का नाम आया। जब उनका नाम आया, उस समय रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। इस मामले में जांच नही हुई। रमन सिंह इसका ब्यौरा सामने रखें। इनकम टैक्स को मामले में संज्ञान लेना चाहिए।
खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह की काले कारनामों को जानकर उन्हें जनता ने उखाड़ फेंका। रमन सिंह की संपत्ति की जानकारी सभी को है। 15 साल में घोषित और अघोषित आय हासिल की है वो भ्रष्टाचार को साबित करती है। हम मांग करते हैं उनकी संपत्ति की जांच हो। 2003 से लेकर 18 तक उनकी सम्पतिया कई गुना बढ़ी। मुख्यमंत्री रहते हुए सम्पति बढ़ी है इसकी कड़ाई से जांच होनी चाहिए। जनता के सामने इनके काले कारनामे आए यही हमारी मांग है।
रमेश वर्ल्यानी ने कहा कि रमन सिंह जांच के लिए स्वयं सामने आए। घोटाले की उनकी लंबी श्रृंखला है। जनता पूछ रही है घोटाले का पैसा कहा गया। प्रधानमंत्री से मांग है कि वो इसकी जांच का जिम्मा ईडी को सौंपे। पनामा पेपर मे एक तरफ नवाज शरीफ जेल जाते हैं लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं होती।
यह है मामला
आपको बता दें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने रमन सिंह के खिलाफ पीएमओ में शिकायत की थी। इस मामले में पीएमओ ने जांच का जिम्मा अपर सचिव अंबुज शर्मा को सौंपा को सौंपा था। इस मामले में रमन सिंह ने एक बयान जारी करके कहा था कि कांग्रेस के एक नेता विनोद तिवारी द्वारा पीएमओ में शिकायत की गई थी, लेकिन पीएमओ ने उसे जांच के उपयुक्त न पाकर फाइल बंद कर दी है।