0 अरदा में 15वें वित्त मद में गड़बड़झाला,सरपंच-सचिव सवालों में
कोरबा(खटपट न्यूज)। शासन की योजनाओं में पैतरेबाजी करके शासन का पैसा कैसे निकाल लिया जाता है, इसका उदाहरण ग्राम पंचायत अरदा में देखने को मिला जहां ऑनलाइन माध्यम से फर्जी बिल लगाकर गिनती भर के और घटिया किस्म के स्ट्रीट लाइट की आड़ में लाखों रुपए की राशि 15वें वित्त से आहरण कर अधिकतर राशि का बंदरबांट कर लिया गया।
जिले के कटघोरा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अरदा, जहां वर्तमान में श्रवण कुमार तंवर सरपंच निर्वाचित है। इस गांव की जनता ने यह भरोसा कर इन्हें पंचायत का मुखिया बनाया ताकि अरदा पंचायत का विकास पारदर्शिता रूप से व बिना भेदभाव के हो सके। किन्तु सरपंच ने सचिव के साथ मिलकर ग्राम का विकास कम और अपना विकास ज्यादा किया तथा मुक्तिधाम, शौचालय, पचरी निर्माण, स्ट्रीट लाइट, गली, स्कूल, मैदान साफ- सफाई के नाम पर सरकार द्वारा जारी पंचायत निधि के पैसे का जमकर घालमेल किया। इस पंचायत के अधीन आने वाले भेजीनारा बस्ती के विद्युत खंभो में पंचायत की ओर से लगभग डेढ़ दर्जन स्ट्रीट लाइट लगाई गई जो बेहद ही घटिया क्वालिटी की होने के कारण तीन माह भी ढंग से जल नही पाए और कुछेक को छोड़कर बांकी बंद पड़े है। सरपंच-सचिव की मिलीभगत से बाउचर तिथि 16 मार्च 2022 की स्थिति में 6 किस्तों में 48- 48 हजार के रूप में कुल 2 लाख 88 हजार की राशि स्ट्रीट लाइट के नाम पर 15वें वित्त आयोग मद से निकाली गई है और अधिकतर राशि का वारा- न्यारा किया गया है। ऑनलाइन सिस्टम में भी पंचायत सरपंच- सचिव द्वारा किस तरह से गोलमाल करके विकास के लिए आयी राशि पर भ्रष्ट्राचार किया गया, जिसे लेकर भेजीनारा बस्ती के निवासियों का कहना है कि उनके यहां खंभों में गिनती भर के एवं सस्ते व घटिया किस्म के स्ट्रीट लाइट पंचायत की ओर से लगाई गई। जिसकी खरीदी राशि अधिकतम 20 हजार से ज्यादा नही आयी होगी, जो दो से ढाई माह ही जल पाए तथा एकाक को छोड़कर सभी बंद है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच- सचिव अपनी मनमर्जी से पंचायत का संचालन कर रहे है तथा ग्राम विकास व ग्रामीण जनता के बुनियादी सुविधाओं हेतु पंचायत निधि में जारी राशि का जमकर दोहन कर रहे है। यहां आयोजित होने वाले ग्राम सभा मे भी जनता को किसी प्रकार के आय- व्यय की जानकारी नही दी जाती, न ही शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया जाता है। ग्रामीणों ने पंचायत संचालन को लेकर सरपंच- सचिव के प्रति कड़ी नाराजगी जाहिर की है और इनके कारगुजारी की शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में करने की ठानी है। सरपंच-सचिव द्वारा मूलभूत, 14वें, 15वें वित्त की राशि का दुरुपयोग करने के अन्य कारनामो का परत दर परत खुलासा खबर के माध्यम से आगे किया जाएगा।