कोरबा(खटपट न्यूज)। जिले के रिसदी क्षेत्र में एक निजी भवन में किराए पर संचालित बाल संप्रेक्षण गृह से चोरी के मामलों में निरुद्ध कराये गए चार अपचारी बालक सुरक्षा में लापरवाही का फायदा उठाकर भाग निकले। 24 घण्टे पूर्व हुए इस घटना की भनक किसी को नहीं लगने दी गई।
बताया जा रहा है कि फरार बालकों में से एक अपचारी बालक ने अपने घर में खुद को कैद कर लिया है। परिजनों को इसकी जानकारी है और परिजनों ने 11 बजे तक संप्रेक्षण गृह में सौंपने का आश्वासन दिया है। शेष 2अपचारी बालको की पतासाजी की जा रही है, दोनों जांजगीर-चांपा जिले के बताये जा रहे हैं।
बता दें कि कोरबा जिला के रिसदी क्षेत्र में एक निजी भवन में संचालित बाल संप्रेक्षण गृह में अलग-अलग अपराधिक मामलों के करीब 45 अपचारी बालक निरुद्ध हैं। यहां कोरबा के अलावा जांजगीर-चांपा जिले के अपराधिक मामलों के अपचारी बालक भी रखे गए हैं। सुरक्षा के लिए नगर सैनिकों को तैनात किया गया है। एक सुरक्षाकर्मी दरवाजा खोल कर बैठा था कि उसकी बेख्याली का फायदा उठाकर 4 अपचारी बालक फरार हो गए। नगर सैनिक की नजरों के सामने ही सभी अपचारी बालक भाग गए। उसने उन्हें पकड़ने की कोशिश की थी। इसकी सूचना मिलने पर यहां के प्रभारी व महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा के परियोजना अधिकारी बजरंग प्रसाद सांडे ने सूचना सिविल लाइन रामपुर थाना में दी। फरार अपचारी बालकों की पतासाजी शुरू की गई। इस दौरान पता चला कि सभी बच्चे रिसदी से बालको जाने वाले रास्ते पर भागे हैं। इस आधार पर संप्रेक्षण गृह के स्टाफ ने एक अपचारी बालक को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। पकड़े गए बालक को जांजगीर-चांपा जिले की पुलिस ने यहां दाखिल कराया था। हालांकि रामपुर थाना प्रभारी को उक्त आवेदन के संबंध में कई घण्टे तक जानकारी ही नहीं हो पाई थी जबकि लिखित सूचना थाना में दे दी गई थी।