Saturday, July 27, 2024
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श्रद्धा का केंद्र सर्वमंगला मंदिर बना पारिवारिक विवाद का अखाड़ा…

0 घर में घुसने के विवाद में ननद-भाभी में मारपीट, एक-दूसरे के विरुद्ध लिखाई रिपोर्ट

कोरबा(खटपट न्यूज़)। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र सर्वमंगला मंदिर का परिसर इन दिनों पारिवारिक विवाद में अखाड़ा बना हुआ है। मंदिर के पूर्व पुरोहित सर्वराकार प्रबंधक स्व. अनिल पाण्डेय के परिजन संपत्ति विवाद में उलझकर मारपीट पर उतारू हैं। उनकी बहू और बेटी ने एक – दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है।
कुसमुंडा थाना में दर्ज प्रकरण में स्व.अनिल पांडेय की बहू दीक्षा पांडेय ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। दीक्षा पांडेय सर्वमंगला मंदिर के सामने श्रद्धा पाण्डेय के घर पर वर्तमान में निवासरत है । सर्वमंगला मंदिर के संचालक उसके सुसर स्व.अनिल प्रसाद पाण्डेय थे, वर्तमान में सर्वमंगला मंदिर एवं उसके परिसर में स्व. अनिल पाण्डेय के पुत्र नन्हा ऊर्फ नमन पाण्डेय काबिज हैं। दीक्षा का विवाह 4वर्ष पूर्व स्व. अनिल पाण्डेय के जेठपुत्र विवेक पाण्डेय से हुआ था। परिवारिक कारण से दीक्षा को सुसराल वाले घर से निकाल दिये और विवाद कटघोरा कुटुम्ब न्यायालय में विचाराधीन है। अपना अधिकार लेने एवं निवास स्थान न होने की वजह से दीक्षा 29 जुलाई को सर्वमंगला मंदिर परिसर के खाली घर में रहने के लिए सामान लेकर गई थी। रात्रि करीब 8 बजे उक्त मकान से बाहर निकली तो निधी पाण्डेय ने हमारे घर में जबरदस्ती घुस गई हो कहकर गाली देकर हाथ थप्पड़ से मारपीट कर घसीटने लगी तभी प्रिंयका पाण्डेय ने बीच बचाव किया तो निधी पाण्डेय ने उससे भी मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी है। दीक्षा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि दरवाजा को तोड़कर नन्हा, मयंक, शिव, ननकी के द्वारा उसे बाहर निकाल कर मारपीट की गई। दीक्षा की रिपोर्ट पर निधि पांडेय के विरुद्ध धारा 294, 506, 323, 34भादवि के तहत जुर्म कायम किया गया है।
दूसरी तरफ सर्वमंगला मंदिर परिसर निवासी निधि पांडेय ने भी रिपोर्ट लिखाई है कि उसके पिता स्व. अनिल कुमार पाण्डेय के मृत्यु उपरांत बड़े भाई नन्हा ऊर्फ नमन पाण्डेय मंदिर की देखरेख और कार्य व्यवस्था संभाले हुये हैं। 4वर्ष पूर्व निधि के बड़े भाई विवेक पाण्डेय से भाभी दीक्षा पाण्डेय का विवाह हुआ था। परिवारिक कारणो से दीक्षा पाण्डेय अपनी मर्जी से घर छोड़कर चली गई थी। दीक्षा पाण्डेय व परिवार के वाद- विवाद कटघोरा न्यायालय में चल रहा है। दीक्षा पाण्डेय आये दिन मंदिर में आकर चढ़ावे को ले जाती थी। 29 जुलाई को दीक्षा पाण्डेय मंदिर परिसर स्थित खाली मकान में घुस गई थी। बाहर निकली तो घर में क्यो जबरदस्ती घुस गई हो, कहने पर दीक्षा पाण्डेय गाली देने लगी और निधि से हाथ थप्पड़ से मारपीट की। जब निधि गिर गई तो दीक्षा बाल पकड़ कर मारने लगी जिससे दोनो पैर, सिर के पीछे में चोट आया है। निधि की रिपोर्ट पर दीक्षा के विरुद्ध धारा- 294, 506 ,323 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।

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