कोरबा. नए बिजली कनेक्शन के नाम पर दलालों द्वारा ग्रामीणों से अवैध रूप से अनाप-शनाप राशि वसूल करने का आरोप मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने लगाया है। पार्टी ने कहा कि इसी कारण से गरीबों के घर में अंधेरा छाया है। इसी तरह पेयजल के नाम पर प्रदूषित काले पानी की आपूर्ति का आरोप पार्टी ने एसईसीएल पर लगाया है। पार्टी ने कहा है कि जिन ग्रामीणों ने इस क्षेत्र के विकास के लिए खनन कार्य के लिए अपनी जमीन तक दे दी है। इसके बाद भी उन्हें एसईसीएल स्वच्छ पेयजल तक उपलब्ध कराने की अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर रहा है। माकपा के जिला सचिव प्रशांत झा ने जारी एक बयान में कहा कि माकपा ने ग्रामीणों के पक्ष में हस्तक्षेप करते ग्राम भैरोताल के ग्रामीणों के साथ बैठक की। ग्रामीणों के अनुसार वे लंबे अरसे से बिजली व पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण उनकी समस्या और भी बढ़ गई है। ग्रामीणों की इस परेशानी का फायदा उठाने से दलाल नहीं चूक रहे हैं, जिनका विद्युत विभाग के ही कुछ भ्रष्ट लोगों के साथ संबंध है। वे इस काम को करवाने के लिए ग्रामीणों से अवैध रूप से हजारों रुपए वसूल कर रहे हैं। इसी तरह ग्रामीणों ने एसईसीएल द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले पानी के नमूने को भी सामने रखा, पानी प्रदूषित था साथ ही काला भी। एसईसीएल बिना फिल्टर किए हुए ही पेयजल की आपूर्ति कर रहा है, जो ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। माकपा नेता ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर माकपा का एक प्रतिनिधिमंडल विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री राजेश ठाकुर और एसईसीएल के उप क्षेत्रीय प्रबंधक दिव्यजीवन सी से मिला। प्रतिनिधिमंडल में माकपा पार्षद सुरती कुलदीप और जनवादी महिला समिति की प्रदेश संयोजक धनबाई कुलदीप भी शामिल थी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कार्यपालन यंत्री को ज्ञापन सौंपकर भैरोताल वार्ड में नए बिजली कनेक्शन देने के लिए सक्षम अधिकारियों की उपस्थिति में शिविर लगाने की मांग की है ताकि ग्रामीणों को दलालों से बचाया जा सके। झा ने बताया कि ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होने के पश्चात ठाकुर ने वार्ड में शीघ्र ही शिविर लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, ताकि उचित राशि के साथ ग्रामीणों को बिजली कनेक्शन मिल सके। इसी तरह एसईसीएल अधिकारियों ने भी पेयजल संबंधी शिकायत पर सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।