कोरबा(खटपट न्यूज़)। जिले के कटघोरा वन मंडल के जटगा वन परिक्षेत्र अंतर्गत सोढ़ी नाला में पुटुवा स्टाप डैम का निर्माण व मजदूरों को भुगतान नहीं होने संबंधी मामले को लेकर पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम संजय कुमार ने अनुविभागीय अधिकारी(वन) को पत्र लिख कर जानकारी मांगी है।
इधर इसके बाद वनमंडलाधिकारी शमा फारूकी का बयान सोशल मीडिया में तैर रहा है जिसमें उनका कहना है कि पुटुवा स्टाप डैम निर्माण के लिए किसी प्रकार का कोई कार्यादेश विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है और न ही विभाग को इसकी जानकारी है। इस संबंध में तत्कालीन वन परिक्षेत्र अधिकारी व उप वन परिक्षेत्र अधिकारी ने भी लिखित में विभाग को जानकारी दी है कि पुटुवा स्टाप डैम का निर्माण वन विभाग ने नहीं कराया है। वनमंडलाधिकारी फारूकी ने यह भी कहा है कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि डैम का निर्माण या उस पर पुल का निर्माण किसके कार्यादेश पर हुआ है।
इधर दूसरी विधानसभा में दी गई जानकारी में छुपाए गए सोढ़ी नाला पार्ट – 6 पुटुवा स्टॉप डेम को लेकर महकमे के भीतर रार मची हुई है। डीएफओ की मानें तो इस नाम का कोई स्टाप डेम है ही नहीं। दूसरी ओर जटगा रेंजर के द्वारा इस संबंध में महामाया सेल्स, कटघोरा को मांग हेतु पत्र जारी किया गया। इस पत्र के आधार पर सप्लायर ने सीमेंट और छड़ की आपूर्ति कर उसकी पावती भी प्राप्त की है। वाहनों के जरिए यह सामान मौके पर भिजवाए गए। इधर विभागीय खींच-तान में पार्ट-6 के मटेरियल सप्लायर का करीब 15 लाख का भुगतान जहां रोक दिया गया है वहीं निर्माणकर्ता पेटी ठेकेदार का लगभग 11 लाख और कार्य में लगे मजदूरों का भी भुगतान इसलिए लंबित है क्योंकि वन विभाग इस स्टॉप डेम को अपना नहीं मान रहा। अब भला रेंजर ने किस विभाग के अधीन कार्य करते हुए उपरोक्त स्टॉप डेम के लिए निर्माण सामग्री की मांग की? यहां या तो रेंजर झूठ बोल रहे हैं या फिर डीएफओ सब कुछ छिपाने के लिए लीपापोती करने पर जुटी हुई हैं। बहरहाल पुटुवा स्टॉप डेम का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। अब देखना है कि यह जिन्न इस मामले को किस नतीजे तक ले जाने के बाद पीछा छोड़ेगा?
0 सीमेंट और छड़ों की हुई है सप्लाई, फिर नाला कहाँ..?
सोढ़ी नाला पार्ट-5, सोढ़ी नाला पार्ट 6 पुटुवा व दो अन्य के लिए जटगा रेंजर द्वारा महामाया सेल्स, कटघोरा के नाम 11 अप्रैल 2019 को पत्र क्रमांक 2019 /402 पर मांग पत्र जारी किया गया। इसके एवज में महामाया सेल्स ने पार्ट – 6 के लिए 17 अप्रैल 2019 को 500 बैग बिरला गोल्ड सीमेंट वाहन क्रमांक सीजी 12 एसी 0767 के जरिए भिजवाया। इसी कड़ी में 9 जून 2019 को 600 बैग सीमेंट वाहन क्रमांक सीजी 12 एस 5028 के जरिए आपूर्ति किया गया। इसके पश्चात 15 अप्रैल 2020 को सोल्ड सोनालिका ट्रैक्टर के जरिए 16 एमएम का 2855 किलो एवं 8 एमएम का 2448.500 किलो छड़ की आपूर्ति महामाया सेल्स के द्वारा की गई है। इसकी पावती भी बाकायदा जटगा रेंजर के सील और साइन से महामाया सेल्स को दी गई है। अब सवाल तो यह भी है कि जब कार्यादेश नहीं हुआ तो भला रेंजर ने पार्ट- के नाम से सामान क्यों मंगाए? ठेकेदार ने अपना करीब 11 लाख और सामाग्री आपूर्तिकर्ता ने अपने लगभग 15 लाख क्यों फंसाये? इससे भी अहम यह कि बिना अनुमति/कार्यादेश के पुटुवा-6 स्टाप डेम दो बार कैसे बना और कैसे भ गया? कमीशन के लिए तब खेला गया और अब खेला जा रहा खेल महंगा पड़ रहा है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)