रायपुर –
रायपुर के लोगों को जल्द ही 24 घंटे पीने का साफ पानी मिलने लगेगा। इस पर सरकार 74 करोड़ से अधिक की राशि खर्च करेगी। सीएम भूपेश बघेल ने रविवार को इस योजना का भूमिपूजन किया। इस मौकेे पर उन्होंने कहा कि रायपुर जिले के शहरी क्षेत्रों से उनके आसपास के गांवों के रोड नेटवर्क को मजबूत करने का काम लगातार किया जा रहा है।
इस दौरान सीएम भूपेश ने रायपुर जिले में 561 करोड़ 32 लाख रूपये के 391 विकास कार्यों में से 100 करोड़ 32 लाख रूपये के 28 कार्यों का लोकार्पण और 461 करोड़ रूपए के 363 कार्यो का भूमिपूजन किया। इस तरह सीएम भूपेश ने छह दिनों के भीतर 3हजार 854 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राजधानी रायपुर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही दोनों जिलों के विकास के लिए सरकार की प्राथमिकताएं एक जैसी हैं। नये जिले के विकास के लिए संसाधनों की कमी नही होगी। सीएम भूपेश ने रायपुर और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 681 करोड़ रूपए से अधिक लागत के 752 विकास कार्यों के लोकार्पण-भूमिपूजन किया।
इस दौरान सीएम भूपेश ने रायपुर के बाल आश्रम में समाजसेवी नेमीचंद श्रीमाल और गोविंद लाल वोरा की प्रतिमा का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा कि सड़कों, पुल-पुलियों, बिल्डिंगों के मामले में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही भले ही आज पीछे हो, लेकिन राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और सुराजी गांव योजना का लाभ लेने में पीछे नहीं है। विधानसभा स्पीकर डॉ.चरणदास महंत ने कहा कि सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से वंचितों, गरीबों, आदिवासियों, किसानों, महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा किया है। लोगों में जागरूकता आई है। अब वे मुखर होकर बोलने लगे हैं। यहीं छत्तीसगढिय़ा की असली पहचान है। रविन्द्र चौबे ने कहा कि सरकार की योजनाओं से अल छवि बनी है। सरकार की प्राथमिकता में गांव,गरीब और किसान हैं। कार्यक्रम में जयसिंह अग्रवाल, छाया वर्मा, ज्योत्सना महंत, अरूण साव, विकास उपाध्याय, धनेंद्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, अनिता शर्मा आदि मौजूद थे।