कोरबा(खटपट न्यूज़)। बुधवार की अलसुबह दिल दहला देने वाले ट्रिपल मर्डर की वारदात में अविभाजित मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कॉंग्रेस नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के कनिष्ठ पुत्र हरीश कंवर, उनकी पत्नी सुमित्रा और मासूम पुत्री आशी की निर्मम हत्या ने झकझोर कर रख दिया।
कोरबा जिला के उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम भैंसमा स्थित निवास में हुए ट्रिपल मर्डर को तब अंजाम दिया गया जब बड़ा भाई हरभजन कंवर तड़के करीब 4 बजे घर से बाड़ी जाने के लिए निकल गया था। इसके बाद घर में हरीश और पत्नी, पुत्री व बूढ़ी अंधी मां रह गए। हत्यारों ने इसी बीच धारदार हथियार से हत्या को अंजाम दिया व भाग निकले।
इस मामले में पुलिस को सीसीटीवी कैमरे व खोजी डॉग वाघा की मदद से काफी अहम सुराग लगे। जैसा कि घटनाक्रम को देखकर लग रहा था कि किसी जानकार ने ही इस वारदात को अंजाम दिया होगा। जब मृतक का बड़ा भाई हरभजन घर से बाहर निकला उसके बाद हत्यारे अंदर घुसे और लोहे के खलबट्टा से बुरी तरह तीनों के सिर को कुचल दिया व धारदार हथियार से भी वार किया। हरीश जमीन पर और पत्नी से बच्चे बिस्तर पर पड़े मिले। बताया जा रहा है कि सम्भवतः हरीश ने अपना बचाव भी किया और इस प्रयास में नीचे गिर गया होगा। आरोपियों ने तीनों के जीवित नहीं रहने देने की पूरी योजना से काफी निर्मम तरीके से हत्या की जिसकी तस्वीर भी साझा नहीं कर सकते।
हत्याओं को सुलझाने की चुनौती पुलिस के समक्ष थी जिसे खोजी डॉग की अहम भूमिका के साथ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के मार्गदर्शन में टीम के द्वारा कुछ ही घंटे में सुलझा लिया गया है। घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर बाजार के रास्ते भागते हुए सीसी कैमरे में कैद आरोपियों को रामपुर जाने वाले मार्ग से पहले छोड़े गए जले हुए सुराग के आधार पर कड़ियों को पिरोते हुए दबोच लिया गया है। शराब के नशे में धारदार हथियार तथा भारी वस्तु से इस घटना को अंजाम दिया गया। हत्या के पीछे वजह का खुलासा होना बाकी है किंतु काफी निकटतम लोगों सहित दो से अधिक की संख्या में आरोपी पकड़ लिए गए हैं। एक आरोपी जख्मी भी है जो हरीश द्वारा अपनी जान बचाने के लिए किए गए संघर्ष में चोटिल हुआ। सभी से पूछताछ की जा रही है। बहरहाल हत्या की वजह राजनीतिक नहीं लेकिन चौकाने वाली जरूर है। कुछ घंटे में पुलिस इस पूरे मामले का पर्दाफाश करेगी जिसे जानने के लिए हर कोई उत्सुक है।