कोरबा-पाली (खटपट न्यूज)। ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्यों में किये जाने वाले मूल्यांकन को लेकर लापरवाही बरते जाने पर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उप संभाग पाली की महिला उपअभियंता को कलेक्टर द्वारा निलंबित कर दिया गया है जिसके बाद ग्रामीण यांत्रिकी पाली उप संभाग के अधिकारी-कर्मचारियों सहित अन्य उपअभियंताओं में कलेक्टर की इस कार्यवाही से हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पाली द्वारा पत्र क्रमांक 1976 के माध्यम से दिनांक 27 सितंबर 2020 को पाली आरईएस की उपअभियंता श्रीमती विनीता सोनी द्वारा पूर्ण/अपूर्ण कार्यों के मूल्यांकन में उदासीनता बरते जाने संबंधित प्रतिवेदन उचित कार्यवाही हेतु कलेक्टर को प्रेषित किया गया था जिसके आधार पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा पत्र क्रमांक 3123 के माध्यम से गत दिनाँक 23 नवम्बर 2020 को उपअभियंता श्रीमती सोनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर विगत एक वर्ष में कराए गए कार्यों के विरुद्ध किये गए मूल्यांकन की कार्यवार प्रतिवेदन एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के साथ स्पष्टीकरण भी मांगा गया था किंतु उक्त उपअभियंता द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब नियत समय सीमा तक नही दिए जाने तथा अपने कार्यों के प्रति लापरवाही बरते जाने पर छ.ग. सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1965 के नियम 3- क के (ख) एवं (ग) के विपरीत कृत्य पाए जाने के फलस्वरूप कलेक्टर के द्वारा जारी पत्र क्रमांक- 3584 के तहत दिनाँक 31 दिसंबर 2020 को उपअभियंता श्रीमती विनीता सोनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर आईएस जिला कार्यालय में अटैच कर दिया गया है जहाँ निलबन अवधि में श्रीमती सोनी को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी।कलेक्टर द्वारा की गई इस कार्यवाही से पाली आरईएस के अन्य लापरवाह अधिकारी- कर्मचारी एवं उपअभियंताओं में हड़कंप मचा हुआ है।
0 एसडीओ कंवर पर भी हो कार्यवाही
पाली आरईएस की कुर्सी पर वर्षों से जमे अनुविभागीय अधिकारी एम.एस. कंवर पर भी उचित कार्यवाही की आवश्यकता है। कंवर द्वारा पंचायत स्तर पर होने वाले निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित करने के बजाए अपने शासकीय निवास पर बैठे-बैठे ही उन तमाम कार्यों का गुणवत्ता प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाता है। वर्ष 2014- 15 में तत्कालिन भाजपा शासनकाल में मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत पाली विकासखण्ड के अनेकों ग्राम पंचायतों में कराए गए करोड़ों के सीसी कांक्रीट रोड एवं पुल- पुलिया निर्माण कार्यों के जांच की मांग पूर्व सांसद द्वारा शासन स्तर तक की गई थी। इसके आधार पर जिला प्रशासन द्वारा टीम गठित कर पंचायतों में हुए समग्र विकास के कार्यों की गंभीरता से जांच कराई गई थी जिसमें गुणवत्ताहीन कराए गए कार्यों की पोल खुली। इन तमाम कार्यों में आरईएस पाली के अनुविभागीय अधिकारी एमएस कंवर की मुख्य भूमिका रही जिन्होंने मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन करने के बजाए घर बैठे ही निर्माण कार्यों का गुणवत्तापरख प्रमाणपत्र जारी कर दिया था।
https://khatpatnews.com/wp-content/uploads/2024/11/digital-ad-4-november-copy.jpg
https://khatpatnews.com/wp-content/uploads/2024/10/kpt-advt-November-24-scaled.jpg
https://khatpatnews.com/wp-content/uploads/2024/11/20x10.pdf