कोरबा-करतला(खटपट न्यूज़)। आदिवासी सेवा सहकारी समिति मर्यादित भैंसमा के धान उपार्जन केंद्र कुदुरमाल में किसानों को गुमराह कर धान खरीदी की शिकायत सामने आई है। इस मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं व 2 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
करतला विकासखंड के केरवाद्वारी धान उपार्जन केन्द्र में प्रति कट्टी 400 ग्राम तक धान अधिक लेने की बात पिछले दिनों सामने आई। इसी तरह उमरेली के उपार्जन केन्द्र में तो इलेक्ट्रानिक तौल मशीन की जगह तराजू-बाट से मैनुअल वजन कर 400 ग्राम से लेकर पौने 2 किलो तक अधिक धान लेने की गड़बड़ी पकड़ी गई। इस विषय में फड़ प्रभारी सफाई देते बगलें झांकते रहे। प्रशासन की ओर से अपेक्षित संज्ञान अथवा कार्यवाही न होने से अधिक धान लेने का सिलसिला चल ही रहा है।
इसी कड़ी में अब कुदुरमाल केंद्र में इस तरह की अनियमितता सामने आई है। यहां के फड़ प्रभारी कहना है 40 किलो 700 ग्राम धान किसानों से लिया जा रहा है जबकि वास्तविकता में किसानों से 300 से 500 ग्राम तक प्रति बोरे अतिरिक्त धान तौल में लिया जा रहा है। फड़ प्रभारी के सामने ही कई बोरे की जांच करने पर 300 से 500 ग्राम तक पाए गए वहीं केंद्र में 9 मजदूर होते हुए भी किसानों को बोरे सिलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। केंद्र प्रभारी न तो किसी किसान को ढाला करने के लिए बोलते हैं और न ही धान की गुणवत्ता की जांच करते हैं। सीधे-सीधे एक बोरी से दूसरे बोरी में धान पलट दिया जाता है जबकि जिले में ही गुणवत्ताहीन धान खरीदी के नाम पर कई फर्जीवाड़े पूर्व में हो चुके हैं। फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर का इस बारे में कहना है कि किसानों से अतिरिक्त धान बारदाने फटे होने की वजह से लिये जा रहे हैं। किसानों से बोरे सिलवाने के मामले में कहा कि मौसम खराब होते देख किसानों से सिलाई करवाया गया है, बाकी दिन हमाल ही सिलाई करते हैं।
दूसरी ओर कुदुरमाल के मामले में सहकारिता विभाग के जिला पंजीयक बसंत कुमार भगत ने जांच के लिए सहकारी बैंक के सुपरवाइजर जमाल खान को निर्देशित कर दिया है। जमाल खान को मामले की जांच कर 2 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।