-कोरबा के कोहड़िया में राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल भी कार्यक्रम में हुए शामिल
-जिले के गौठानों में भी की गई कृषि यंत्रों की पूजा अर्चना, गौधन जांच शिविर भी लगे
कोरबा (खटपट न्यूज)। कोरबा जिले में भी छत्तीसगढ़ी लोक महापर्व हरेली अच्छी फसल होने और सुख-समृद्धि की कामना करते हुए हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी इलाकों में भी गौ पालकों और किसानों ने अपने-अपने गौधन की पूजा-अर्चना की। किसानों ने आज खेती में उपयोग किये जाने वाले नागर, गैती, रापा, कुदारी, कुल्हाड़ी, हॅसिया जैसे कृषि यंत्रों की पूजा की और खेती-किसानी से सुख-समृद्धि की ईश्वर से प्रार्थना की। पूरे जिले में इस दौरान पारंपरिक लोक खेलों गेड़ी, फुगड़ी, भौंरा, रस्सा खींच, कुर्सी दौड़, खो-खो प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ।
राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल भी कार्यक्रम में हुए शामिल-राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल हरेली त्यौहार मनाने कोरबा शहर के कोहड़िया स्थित छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर पहुंचे। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी की आरती कर पूजा-अर्चना की। कृषि यंत्रों की पूजा के बाद राजस्व मंत्री गेड़ी पर भी चढ़े। राजस्व मंत्री ने नारियल फेंक प्रतियोगिता का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति, उसके लोक पर्वों और दूसरी परंपराओं को जीवित और संरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पहल की है। छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ी लोक पर्वों पर शासकीय अवकाश घोषित कर उनके महत्व को गरिमा प्रदान की है। गांव-गांव में गौठान बनाकर पशुधन के संरक्षण और विकास से लेकर ग्रामीणों को रोजगार के नये अवसर दिये हैं। नरवा विकास कार्यक्रम के तहत खेती के लिए पानी के साथ-साथ पीने के पानी के साधनों को भी बढ़ाने का अभिनव प्रयास भी इस सरकार ने किया है। राजस्व मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां गोबर भी दो रूपये किलो के दाम पर खरीदा जाता है। छत्तीसगढ़ में गोबर ग्रामीण महिला स्वसहायता समूहों की आजीविका का भी साधन बन गया है। राजस्व मंत्री ने सभी जिले वासियों को हरेली त्यौहार पर बधाई और शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर परिसर को विकसित करने के लिए भी कई महत्वपूर्ण काम कराने का आश्वासन कार्यक्रम में दिया। इस दौरान महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, नगर निगम के सभापति श्री श्यामसुंदर सोनी सहित गणमान्य नागरिक एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जिले के गौठानों में मनाया गया हरेली त्यौहार – जिले में हरेली पर्व के पावन अवसर पर गौठानों में कृषि यंत्रों और गौधन की पूजा-अर्चना की गई। धंवईपुर, रंजना, घुंचापुर, ढुरेना, ढपढप, चिर्रा, पहंदा, सोहागपुर, मुनगाडीह, डोंगानाला, मदनपुर, केराकछार, कपोट, तौलीपानी, पताढ़ी, उमरेली सहित जिले के सभी गौठानों मंे स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हरेली उत्सव का आयोजन हुआ। कपोट के गौठान में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर ने हरेली उत्सव में शिरकत की। नागर सहित विभिन्न कृषि यंत्रों और गौधन के साथ भारत माता की पूजा अर्चना के बाद श्री कंवर ने गेड़ी चढ़कर गौठान का चक्कर लगाया। पहंदा के गौठान में राज्य कृषक कल्याण परिषद के सदस्य श्री अमन पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार भी हरेली उत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने गौठान समिति को उड़ावनी पंखा, पावर स्प्रेयर भी वितरित किया। गौठान परिसर पर वृक्षारोपण भी किया गया। इस दौरान पारंपरिक खेल जैसे गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्सा-कस्सी, भौंरा प्रतियोगिता, नारियल फेक प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन आदि की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। गौधन को गुड़-भात खिलाया गया। गौठान प्रबंधन समिति, स्व-सहायता समूह एवं जनप्रतिनिधियों से गौठानों की गतिविधियों के संबंध में चर्चा-परिचर्चा का आयोजन हुआ। गौठानों में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित होने वाले वर्मी कंपोस्ट की सुरक्षा एवं रखरखाव का प्रबंधन तथा स्थानीय स्तर पर किसानों को वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने प्रेरित किया गया । गौठानों में फलदार, छायादार पौधों का रोपण किया गया और चारागाह विकास के लिए सकारात्मक चर्चा की गयी। पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। आवश्यकता अनुसार पशुपालकों को मवेशियों के लिए निःशुल्क दवाइयां दी गयी ।