0 लिपिकों ने मांगा न्यायपूर्ण ग्रेड-पे, प्रदर्शन कर भेजा ज्ञापन
कोरबा(खटपट न्यूज़)। छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिपिक वर्षों से अपनी वेतन विसंगति की पीड़ा को झेल रहे हैं। तृतीय श्रेणी के संवर्गों में सबसे कम वेतनमान लिपिकों का ही है जबकि लिपिकों के कार्य एवं दायित्व अन्य संवर्गों की तुलना में अधिक है।
वर्तमान में लिपिक संवर्ग का वेतन चतुर्थ श्रेणी से मात्र 100 रुपए अधिक है। लिपिकों को सम्मानजनक वेतनमान की मांग संघ द्वारा लगातार की जा रही है। सहायक ग्रेड-3 को 2400, सहायक ग्रेड-2 को 2800 व लेखापाल एवं ग्रेड-01 को 4200 रुपए न्यायपूर्ण ग्रेड-पे देने की मांग की गई है। छग प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के कोरबा जिलाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने बताया कि उक्त वेतनमान सुधार करने पर मात्र 30 करोड़ रुपए सालाना व्यय भार अनुमानित है। प्रदीप गुप्ता ने बताया कि 17 फरवरी 2019 को त्रिवेणी भवन बिलासपुर में हुए लिपिकों के महाअधिवेशन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वेतन विसंगति दूर करने की घोषणा की थी जो आज पर्यन्त क्रियान्वित नहीं हो सकी है। प्रांतीय निकाय के आह्वान पर 7 अगस्त को भोजन अवकाश पर लिपिकों ने धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव का ध्यानाकर्षण कराया है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)