रायपुर में पिछले 5 दिनों से विद्या मितान (अनियमित शिक्षकों) का धरना प्रदर्शन जारी है। बस्तर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर, रायपुर के विद्या मितान बूढ़ातालाब के सामने बैठकर हर रोज धरना दे रहे हैं मगर इनकी आवाज कोई नहीं सुन रहा। यह चाहते हैं कि इन्हें नियमित किया जाए। इसी मांग के साथ रायपुर के धरना स्थल पर यह डटे हुए हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं, जो छोटे बच्चों के साथ धरनास्थल पर पहुंची हुई हैं।
यह है परेशानी
विद्या मितान ऐसे शिक्षक हैं जो प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे थे। ऐसे स्कूल जहां शिक्षक नहीं हैं या कम हैं वहां विद्या मितानों की मदद से पढ़ाने का काम किया जा रहा था। इनमें से 300 लोगों की सेवा खत्म कर दी गई, अब जब स्कूल बंद हैं तो बाकी को वेतन भी नहीं दिया जा रहा। जबकि साल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने इन्हें नियमित करने का वादा किया था।
पहले मांगी भीख अब मौत
प्रदेश के दूरदराज से आए विद्या मितानों के सामने परिवार को पालने का संकट है। लॉकडाउन और कोरोना की वजह से उपजी आर्थिक तंगी की वजह से परेशानी और बढ़ गई है, इसलिए धरना दे रहे हैं। इनके संगठन प्रमुख धर्मेंद्र ने कहा कि हमारे पास अब कोई रास्ता नहीं है। गुरुवार को सड़क पर विद्या मितानों ने भीख मांगी। अब कह रहे हैं कि सरकार अगर हमारी मांग पूरी नहीं करती तो यहीं जान दे देंगे। इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए एक पत्र राज्यपाल और मुख्यमंत्री को सौंपा है।