Saturday, October 19, 2024
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ओडिशा में 1 लाख करोड़ का निवेश करेगा वेदांता, रोजगार के 2 लाख नए अवसर होंगे निर्मित


रिफाइनरी व एल्यूमिनियम प्लांट का होगा निर्माण, वर्ष 2030 तक ओडिशा के 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में होगा ये बड़ा योगदान

मुंबई। वेदांता समूह एक लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के साथ पिछले दो दशकों से ओडिशा राज्य के विकास का महत्वपूर्ण भागीदार रहा है। वेदांता के योगदान से राज्य में रोजगार के एक लाख से अधिक अवसर निर्मित हुए हैं। नीलामी के माध्यम से वेदांता ने सिजिमाली बॉक्साइट खदान का अधिग्रहण किया है। ये खदान राज्य के सबसे बड़े बॉक्साइट भंडारों में शामिल है।
6 मिलियन टन की रिफाइनरी और 3 मिलियन टन का बनेगा एल्यूमिनियम प्लांट
मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 ‘उत्कर्ष ओडिशा’ के रोड शो पर मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान आज वेदांता लिमिटेड ने छह मिलियन टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता की एल्यूमिना रिफाइनरी और तीन मिलियन टन क्षमता के एल्यूमिनियम संयंत्र स्थापित करने की दिशा में एक लाख करोड़ रुपये के नए निवेश की घोषणा की है।
एल्यूमिनियम से बनने वाले उत्पादों की इकाइयां भी बनेंगी
इससे डाउनस्ट्रीम उद्योगों के लिए वृहद स्तर पर औद्योगिक परिसर का निर्माण होगा क्योंकि एल्यूमिनियम के सैकड़ों अनुप्रयोगों का इस्तेमाल ऑटो, बिजली उत्पादन, विनिर्माण और रेलवे जैसे क्षेत्रों में होता है।
देश के सबसे तेज विकासशील राज्य होगा ओडिशा
वर्ष 2030 तक 5 खरब (आधा ट्रिलियन) डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दृष्टि के साथ देश का सबसे अधिक विकासशील राज्य बनने की ओर ओडिशा तेजी से अग्रसर है। वेदांता का मानना है कि रायगढ़ा नए झारसुगुडा की तरह सबसे अधिक विकसित क्षेत्र होगा।
इस सबसे बड़े निवेश से सामुदायिक विकास के अनेक कार्यों को भी मिलेगी गति
वेदांता और ओडिशा राज्य सरकार मिलकर ओडिशा के नागरिकों के लिए शिक्षा केंद्रों, अस्पतालों, कौशल विकास केंद्रों और नंदघरों का संचालन करेंगे। ओडिशा में किया गया यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा जिससे रोजगार के दो लाख से अधिक अवसर बनेंगे साथ ही 1000 से अधिक एमएसएमई को प्रगति के नए अवसरों से जुडऩे का मौका मिलेगा। एल्युमिनियम भविष्य की धातु है जिसकी मांग वर्ष 2030 तक दोगुनी होने की संभावना है।
सीएम मांझी ने किया विकास में हरसंभव सहयोग का वादा
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने कहा, ‘‘ देश के प्रधानमंत्री का विजन वर्ष 2047 तक विकसित भारत का निर्माण करना है जिसके प्रति ओडिशा की नई डबल इंजन सरकार कटिबद्ध है। हम दुनिया को नए ओडिशा में आने और निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं क्योंकि हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक ओडिशा को आधा ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। हम जनवरी 2025 में मेक इन ओडिशा कार्यक्रम ‘उत्कर्ष ओडिशा’ का आयोजन करेंगे। इसके प्री-इवेंट रोड शो के दौरान आज हमने वेदांता समूह के अध्यक्ष श्री अनिल अग्रवाल के साथ रचनात्मक बातचीत की। श्री अग्रवाल हमारे नए मजबूत नीतिगत ढांचे से प्रभावित हैं। श्री अग्रवाल ने ओडिशा में अपने निवेश को दोगुना करने के लिए हमारी सरकार के साथ हाथ मिलाया है। वेदांता समूह द्वारा एक लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा जिससे छह मिलियन टन की नई एल्यूमिना रिफाइनरी और तीन मिलियन टन के नए स्मेल्टर की स्थापना होगी। इस वृहद निवेश से ओडिशा राज्य के लोगों के लिए रोजगार के अधिक अवसर निर्मित होंगे।’’ इस अवसर पर मांझी ने श्री अग्रवाल को नए निवेश के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि राज्य सरकार इन परियोजनाओं को तेजी से अमलीजामा पहनाने के लिए हरसंभव मदद सुनिश्चित करेगी।
समावेशी विकास और वृहद औद्योगिकीकरण के लिए कृतसंकल्पित : अग्रवाल
वेदांता लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘ वेदांता की उत्तरोत्तर प्रगति में ओडिशा राज्य ने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे निवेश राज्य के समावेशी विकास और बड़े पैमाने पर औद्योगीकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण मांझी के नेतृत्व में वेदांता समूह द्वारा राज्य की आर्थिक प्रगति, समुदायों के सशक्तिकरण और ओडिशा में लाखों नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ोत्तरी में निरंतर योगदान सुनिश्चित किया जाएगा।’’
ओडिशा के विकास का वेदांता प्रमुख भागीदार
यह घोषणा ओडिशा के विकास में एक प्रमुख भागीदार के रूप में वेदांता की स्थिति की पुष्टि करती है साथ ही एल्यूमिनियम और औद्योगिक नवाचार के लिए वैश्विक केंद्र के तौर पर स्थापित होने में राज्य की क्षमता को मजबूती देती है।

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