
रायपुर। मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर डॉ. एसएल आदिले को उनके पद से हटा दिया गया है। डॉ आदिले के खिलाफ यह कार्रवाई उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद की गई है। डीएमई के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप के अलावा दवा खरीदी में गड़बड़ी का भी आरोप था। मामले को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने गंभीरता से लेते हुए डॉ आदिले को तुरंत हटाने का आदेश दिया था। जिसके बाद डॉ. आदिले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें डीएमई के पद से हटा दिया है।
जानकारी के मुताबिक कांकेर की रहने वाली एक युवती ने रायपुर एसएसपी को एक पत्र लिखा है, जिसमें युवती ने डीएमई द्वारा उनके साथ दुराचार करने का आरोप लगाया है। एसएसपी को सौपे गए शिकायत पत्र के मुताबिक डीएमई डॉ आदिले ने युवती को नौकरी देने का झांसा दिया, अपने घर ले गए और वहां युवती के साथ रेप किया।
युवती ने शिकायत पत्र में बताया है कि मेडिकल कॉलेज रायपुर में अपने रिजल्ट को लेकर उसने डीएमई से फोन पर बातचीत की शुरुआत की थी। उसके बाद बातचीत का सिलसिला चलता रहा।डीएमई और युवती के बीच जान-पहचान बढ़ती चली गई। इसी बीच यूपी ने डीएमई से नौकरी के लिए भी मदद मांगी थी। युवती का आरोप है कि डीएमई आदिले युवती को अपनी स्कूटी में बैठा कर अपना घर ले गया। घर सुना था, जहां युवती के साथ डॉक्टर आदिले ने बलात्कार किया। खबर के मुताबिक रायपुर के एडिशनल एसपी देवचरण पटेल ने शिकायत प्राप्ति की पुष्टि की है। एडिशनल एसपी पटेल ने कहा है कि पुलिस मामले में जांच करेगी। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर डॉक्टर आदिले के खिलाफ एफआईआर किया जाएगा। बता दें आदिले के खिलाफ दवाई खरीदी के मामले में 95 लाख रुपये की गड़बड़ी का भी आरोप था। मामले में विधि विभाग ने आदिले के खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुमति मांगी थी। इस पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बयान सामने आया है। सिंहदेव ने कहा कि आदिले को प्रभार से अलग कर चार्ज दूसरे को देने को कहा था, क्योंकि उनके खिलाफ कई शिकायतें सामने आई है। जिसमें अभियोजन के लिए विधि विभाग से पत्र आया था, उसमें अनुमति दे दी गई है। उनके खिलाफ खरीदी बिक्री में 95 लाख को गडबड़ी जांच में सामने आई है, उसके बाद आज एक और मामला आ गया है, इस तरह शिकायत आने के कारण उन्हें मुक्त करने को कहा था।