
कोरबा-कटघोरा, (खटपट न्यूज)। राज्य शासन ने गौवंश मवेशियों को सुरक्षित रखने के लिए राज्य में गोठान योजना शुरू की है जिसके निर्माण व राशि भुगतान के लिए संरपच-सचिव को जिम्मेदारी दी गई है। अनेक संरपच-सचिव द्वारा गोठान की राशि के भुगतान को लेकर कोताही बरती जाने के मामले सामने आते हैं। कटघोरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत राल के आश्रित ग्राम डोकरीखार में पूर्व संरपच संतोष कुमार कंवर के कार्यकाल में गोठान निर्माण के लिए राज्य शासन ने मनरेगा के तहत 19 लाख की राशि स्वीकृत की थी। गोठान के अलावा गोठान में क्रांकीट पोल, चैन लिंक व फेंसिंग कार्य के लिए 14 वे वित्त के तहत 2 लाख 43 हजार की राशि दी गई जिसका कार्य पूर्व संरपच संतोष कुमार द्वारा अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग कटघोरा की देख-रेख में कराया गया। गोठान का कार्य पूरा होने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी व उप अभियंता कटघोरा के द्वारा कार्य का मूल्यांकन कर 2 लाख 43 हजार राशि भुगतान किये जाने हेतु ग्राम संरपच व जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी कटघोरा को सौंप दिया गया ,उसके उपरांत ग्राम संरपच- सचिव उक्त कार्य की राशि भुगतान को लेकर टाल मटोल कर रहे हैं ,जिससे कार्य में लगे मजदूरों का भुगतान महिनों से अधर में लटके होने से मजदूरों को जीवन-यापन करने में दिक्कत हो रही है। वैसे भी दो माह के लाकडाउन से परेशान मजदूर गांव में काम मिलने से राहत महसूस कर रहे थे लेकिन मजदूरी भुगतान में विलंब होने से परेशानी और बढ़ गई है । दूसरी ओर जनपद अधिकारी गोठान कार्य के भुगतान को लेकर अनभिज्ञ बन कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं । बताया गया कि भुगतान के लिए पूर्व संरपच संतोष कुमार ने 26 जुलाई को मुख्य कार्यपालन अधिकारी कटघोरा को आवेदन दे कर अविलंब राशि भुगतान किये जाने की मांग की थी। जनपद अधिकारी द्वारा आवेदन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं किये जाने से संरपच ने इसकी शिकायत कलेक्टर से करते हुए भुगतान किये जाने का अनुरोध किया है ।
0 जनपद सीईओ ने जताई अनभिज्ञता
इस मामले में हरनारायण खोटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कटघोरा ने उक्त मामले की कोई जानकारी नहीं होने तथा इस विषय पर चर्चा किये जाने के बाद कुछ बता पाने की बात कही है। इधर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष गोविंद कंवर ने हडताल पर रहने की बात कह कर मोबाइल काट दिया।