0 पहले श्यामलाल और अब जयसिंह की गोद में बैठे
कोरबा (खटपट न्यूज)। राजनीति के रंग में रंगकर अलग-अलग रंग दिखाने में माहिर लोगों में शुमार और गरीबों के मसीहा बनकर अंधा कानून का भोंपू बजाने वाले रज्जाक अली ने एक बार फिर अपना राजनीतिक रंग दिखाया। विधानसभा चुनाव लडऩे की प्रत्याशा में नामांकन दाखिल करने वाले रज्जाक को जोगी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया लेकिन ऐन वक्त पर बी फार्म नहीं दिया। इससे मायूस रज्जाक ने दमदारी से ऐलान किया कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता और चुनाव लड़ेंगे। इस दमदारी की हवा तब निकल गई जब उन्होंने 2 नवंबर को नामांकन वापस ले लिया। नामांकन वापसी की वजह कांग्रेस प्रत्याशी जयसिंह अग्रवाल को समर्थन देना बताया। इस घटनाक्रम के बाद से रज्जाक अली अलग चर्चा का विषय बन गए।
रज्जाक अली ने 19 अगस्त 2023 को जिला पुलिस अधीक्षक के नाम आवेदन देकर बताया था कि उन्हें व समर्थकों को अपने चुनावी जनसंपर्क के दौरान कुछ व्यक्तियों जैसे वर्तमान राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल एवं रामपुर विधानसभा के पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर और उसके पुत्र मोहिंदर कंवर उर्फ टीटू से खतरा है और भयभीत हैं। उसके ऊपर कभी भी प्राणघातक हमला कराया जा सकता है किसी भी समय कोई भी घटना उसके या सहयोगी के साथ कारित हो सकती है एवं मुझे किसी झूठे मामले में फंसा सकते हैं। ऐसी स्थिति में रज्जाक अली ने पुलिस अधीक्षक से लेकर पुलिस महानिदेशक रायपुर व पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर से सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया। यह भी कहा कि उसने यदि अभी से जनसंपर्क नहीं किया तो चुनाव में उसके भविष्य का सवाल रहेगा। किसी तरह की घटना-दुर्घटना होने या झूठे मामले में फंसाने पर राजस्व मंत्री, कोरबा विधायक एवं रामपुर के पूर्व विधायक व उनके पुत्र की जिम्मेदारी होगी, ऐसा कहा था।
यह तो संयोग है कि इस आवेदन के बाद रज्जाक अली किसी भी तरह के ऐसे आशंकाओं, कुशंकाओं और संभावनाओं से परे रहे। इस तरह वे सुरक्षित रहे और जिन पर आरोप लगाया उन्होंने भी रज्जाक के सलामत होने पर बड़ी राहत महसूस की है। अब पिछले दिनों राजनीतिक घटनाक्रम में जिस श्यामलाल कंवर से रज्जाक को खतरा था, श्यामलाल की टिकट कटते ही फूल सिंह के विरोध में श्यामलाल के साथ जा मिले। अब आज रज्जाक ने अपनी जान पर खतरा उत्पन्न करने की आशंका वाले राजस्व मंत्री के साथ भी हाथ मिला लिया। इलाके में इस बात की सरगर्मी है जब चुनाव लडऩा ही नहीं था तो इतना सब प्रोपगंडा करने की ज्यादा जरूरत। वैसे यह लोकतंत्र है, जिसमें सबको अपने मन की करने की आजादी है लेकिन जनभावनाओं से खासकर चुनाव के वक्त मतदाताओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने को भी लोग उचित नहीं मान रहे।
0 सुनीता चली इशारे पर,समर्थन किसका..?
रज्जाक अली शुरू से सुनीता कंवर को चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे रहे। करतला जनपद पंचायत की अध्यक्ष सुनीता कंवर को रामपुर विधानसभा से चुनाव लड़ाने के लिए रज्जाक ने एक माहौल निर्मित किया। जोर-जोर से कहा कि सुनीता को वह चुनाव लड़ाएंगे। सुनीता कंवर ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र भी खरीद लिया और अब रज्जाक के नाम वापस लेने के साथ ही उनके इशारे पर अपना भी नाम वापस ले लिया है। जनता के मन में सवाल तो है कि रज्जाक ने तो जय सिंह अग्रवाल के समर्थन में नाम वापस लिया है लेकिन सुनीता ने किसे अपना समर्थन दिया है…?