0 संजय पराते पर लगाए थे गंभीर आरोप
कांकेर-पखांजूर। कांकेर जिला से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी हरपाल सिंह ने प्रेस को एक बयान जारी कर बताया।

सूत्रों के मुताबिक हरपाल सिंह ने कहा कि माकपा की जिला समिति ने पार्टी के राज्य समिति एवं केंद्रीय समिति ने पार्टी के नेता संजय पराते के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन कांकेर जिला समिति की शिकायत को संज्ञान में नहीं लेने के कारण पार्टी के सदस्यों ने साधारण सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने बताया कि पार्टी के नेता संजय पराते के खिलाफ पार्टी विरोधी ताकतों के आंदोलन में शामिल होने के साथ ही आर्थिक भ्रष्टाचार के आरोप भी है।
पार्टी केंद्रीय समिति ने कांकेर जिला समिति की शिकायत को अनदेखा कर शिकायतों पर कोई जांच भी नहीं किया है और ना ही राज्य समिति ने शिकायत पर कोई उचित पहल किया है।
पार्टी सदस्यों ने अपने इस्तीफा पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि पार्टी में जिन लोगों ने संजय पराते के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधि और आर्थिक भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोप लगाए थे उनको ही पार्टी से गैर संवाधिनिक तरीके से अलग कर दिया गया है जो पार्टी की अंदरूनी जनवाद की हत्या और तानाशाही प्रवृति को ही दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी जिला समिति सदस्यों के अलावा 40 सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
0 राज्य में उठ सकते हैं सवाल
कयास यह भी लगाया जा रहा है कि कांकेर जिले में पार्टी सदस्यों की सामूहिक इस्तिफा के बाद पूरे राज्य में पार्टी नेतृत्व की कार्यशैली पर विरोध आ सकता है। संजय पराते की संदिग्ध और पार्टी विरोधी गतिविधियों के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष है।पार्टी के राज्य और केंद्रीय समिति जिसको पूरी तरह से नजरंदाज कर देने का नतीजा कांकेर जिला में पार्टी को झेलना पड़ा है।संभावनाएं यह भी है कि अगर पार्टी के उपर के नेतृत्व गंभीर रुख नहीं अपनाएगी तो अनेकों जिलों में पार्टी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। कोरबा जिले में भी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने पार्टी से अपनी दूरी बनाकर रखे हुए है ।जिला मे पार्टी के एक हिस्सा का कहना है कि जिला में पार्टी के एक दो कद्दावर नेता पार्टी के नियम और अनुशासन को दरकिनार कर व्यक्तिवादी और मनमानी तरीके से काम कर रहे हैं और आंदोलन के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर अवैध वसूली में व्यस्त है ।