0 वनांचल ग्राम सोनगुढा के ग्रामीण,वृध्दजन पहुंचे मुख्यालय
0 मई माह में भी की गई थी शिकायत,कार्रवाई नहीं होने से मनमानी बढ़ी
कोरबा(खटपट न्यूज़)। प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप दूरस्थ ग्रामवासियों, आदिवासियों को लाभान्वित करा पाने में विभागीय अमला नाकाम साबित हो रहा है। खाद्य विभाग के अधिकारी और संबंधित निरीक्षक की अनदेखी के कारण लोगों को सरकारी राशन से वंचित होना पड़ रहा है।
कोरबा जिले के ग्राम पंचायत सोनगुढा में सार्वजनिक राशन दुकान में विक्रेता द्वारा गरीबों के चावल वितरण में गड़बड़ी की जा रही है।इस सबंध में शिकायतों के बाद भी निराकरण नहीं होने से आज दर्जनों ग्रामीण जिला मुख्यालय जनदर्शन में पहुंचकर अपनी व्यथा बताई।
इन ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सोनगुड़ा में सार्वजनिक उचित मूल्य दुकान का संचालन आदिवासी सेवा सहकारी सहमति द्वारा किया जाता है। जिसमें वितरक के रूप में राजकुमार देवांगन कार्यरत् है जिसके द्वारा चावल, चना आदि सामाग्री के वितरण में भारी अनियमिता बरती जा रही है। राशन सामाग्री सैकड़ों हितग्राहियों को नहीं मिल पाया है। विक्रेता द्वारा लोगों को बहला फुसलाकर फिंगर प्रिंट भी ले लिया जाता है। उसके द्वारा यह कहा जाता है कि यदि आप लोग अंगूठा नहीं लगाओगे तो आप लोगों का अगले माह का चावल नहीं मिलेगा और राशन कार्ड निरस्त हो जायेगा।
इस प्रकार से दो-तीन माह से चावल नहीं मिलने के कारण आम जनता में भूखे मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई है और भारी आकोश है जिससे लोग जन प्रतिनिधियों को बुरा-भला कहने लगे हैं। राशन सामाग्री की उपरोक्त अफरा- तफरी की शिकायत पूर्व में भी जनदर्शन में किया गया था लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं किया गया। जिससे प्रतीत होता है कि उपरोक्त घपलेबाजी में खाद्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी संलिप्त हैं। सरपंच सहित ग्रामवासियों ने कहा है कि उपरोक्त विषय पर तत्काल कार्यवाही कर गरीब जनता का राशन दिलाने का कष्ट करें। एक सप्ताह के अंतर्गत यदि उचित कार्यवाही नहीं की जाती है तो पंचायत के सरपंच, पंच एवं जन प्रतिनिधि सामूहिक इस्तीफा देने को बाध्य होंगे।