रायपुर। कांग्रेस का आरोप हल्के किस्म का है, सब कुछ पब्लिक डोमेन में है. 2003, 2008, 2013 के चुनाव में संपत्ति का विवरण दिया गया था. चुनाव आयोग इस विवरण का इनकम टैक्स से मूल्यांकन कराता है. जो विवरण दिया गया, उसमें कहीं भी संपत्ति में बढ़ोतरी नहीं हुई है, संपत्ति का वैल्यू एडिशन जरुर हुआ है. इसमें किसी तरह की विसंगति हमें नजर नहीं आता. यह बात पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस द्वारा मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस कर लगाए गए व्यक्तिगत आरोपों पर कही.
डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस पार्टी के प्रेस कॉन्फ्रेंस का जवाब प्रेस कांफ्रेंस के जरिए देते हुए कहा कि पनामा और अगस्ता के मामले में यहाँ के बड़े-बड़े नेता सुप्रीम कोर्ट गए, डबल बेंच ने सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट ने अगस्ता के मामले में उनके पिटीशन को निरस्त कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि यदि आपके पास कोई तथ्य है, तो सुप्रीम कोर्ट की एसआईटी में दे सकते हैं. 18 महीने में सरकार की बौखलाहट आ गई है. उनके अधिकारियों के घर आईटी, ईडी की रेड हो रही है. रेत माफिया, कोल माफिया, शराब माफिया सक्रिय है. लूट खसोट मची है.
उन्होंने कहा कि 30 फीसदी अवैध शराब सरकारी दुकानों के जरिये सरकार बेच रही है. कोल के ऊपर बड़ा घोटाला करते हुए प्रति टन 25 रुपये की अवैध वसूली का धंधा सरकार कर रही है. कलेक्टर और एसपी इसका माध्यम बन गए हैं. इन घोटालों को छिपाने ऐसे आरोप लगाते हैं. मेरी संपत्ति सार्वजनिक है. वहीं केंद्र की जांच को लेकर रमन सिंह ने कहा कि कोई कागज यदि जाता है तो उसका परीक्षण तो होता है. इसकी सूचना आईटी डिपार्टमेंट और इलेक्शन कमीशन ही देगा. मैं सरकार की पोल खोलता हूं, इसलिए इन्हें लगता है डॉक्टर रमन को घेरा जाए. नान का मुख्य अभियुक्त सरकार की गोद मे बैठा है.