ऐलान: ग्रामीणों को जल नहीं तो कोल परिवहन ठप रहेगा
कोरबा(खटपट न्यूज़)। बांकीमोंगरा क्षेत्र के खनन प्रभावित गांवो बांकी बस्ती,मड़वाढोढा,पुरैना में एसईसीएल द्वारा जल आपूर्ति रोके जाने से परेशान सैकड़ों ग्रामीणों ने आज पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पार्षद राजकुमारी कंवर के नेतृत्व में बांकी बस्ती के पास चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम सुबह 10 बजे शुरू हुआ जो अभी तक चल रहा है जिससे जाम के दोनो तरफ ट्रकों की लंबीलाईन लग गई, जिसके बाद एसईसीएल प्रबंधन को मजबूर होकर आंदोलनकारी माकपा व किसान सभा के नेताओं और ग्रामीणों से बातचीत करने के लिए मजबूर होकर सड़क पर आना पड़ा ग्रामीणों से तीन दौर की वार्ता विफल रही। समाचार लिखे जाने देर रात तक चक्काजाम जारी है।
उल्लेखनीय है कि कोयला खनन के कारण खनन प्रभावित गांवों में जल स्तर काफी गिर चुका है और अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत एसईसीएल ही पीने, निस्तारी और सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध करते आया है। लेकिन बांकी खदान बंद होने के बाद अब अचानक एसईसीएल द्वारा इन बांकी बस्ती, पुरैना, मड़वाढोढा गांवों में जल आपूर्ति रोक दी गई है, जिससे यहां के ग्रामीणों का न केवल दैनिक दिनचर्या गड़बड़ा गई है, बल्कि खेती-किसानी पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। माकपा द्वारा चक्काजाम की चेतावनी के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन ने ग्रामीणों के पानी के समस्या के समाधान के प्रति गंभीर नहीं होने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
0 कमाई बन्द होते ही मुंह फेर लिया
माकपा नेता प्रशांत झा ने आरोप लगाया कि बांकी खदान से कमाई बंद होते ही अब एसईसीएल अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों को पूरा करने से मुकर रहा है, जबकि किसानों की आजीविका सुनिश्चित करना उसकी जिम्मेदारी है और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को पाना ग्रामीणों का अधिकार है। पानी की समस्या समाधान का लिखित आश्वाशन देने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन अपने वायदे को पूरा नहीं करता है इसलिए अब एसईसीएल के किसी आश्वाशन में आने वाले नहीं है जब तक पानी नहीं मिलेगा तब तक चक्काजाम जारी रहेगा।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने कहा कि तीनों गांव को पानी दो नहीं तो कोल परिवहन नहीं होने देंगे।
‘जल नहीं, तो परिवहन नहीं’ : माकपा पार्षद राजकुमारी
माकपा की मोंगरा वार्ड पार्षद राजकुमारी कंवर ने आरोप लगाया है कि एसईसीएल ग्रामीणों को नगर निगम का पानी खरीदने को मजबूर कर रहा है, जिसका माकपा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि खनन प्रभावित गांवों में एसईसीएल को पूर्व की तरह जल आपूर्ति करना होगा।
प्रमुख मांगे
1) बांकी बस्ती और पुरैना गांव में पाईप लाईन के माध्यम से पेयजल सप्लाई चालू किया जाये।
2) ग्राम बांकी बस्ती, मडवाढोंढा,पुरैना में तालाबों को खदान से पाईप लाईन के माध्यम से साल भर भरने की व्यवस्था की जाये।
3) ग्राम बांकी बस्ती, मडवाढोंढा,पुरैना में जहां अंडर ग्राउंड में पानी का भराव जायदे है वहां बोरहोल कर मोटर पंप लगाकर तालाबों को भरने के साथ किसानों को सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था की जाये।
माकपा के इस आंदोलन को छत्तीसगढ़ किसान सभा ने भी अपना समर्थन दिया और बड़ी संख्या में किसान सभा के कार्यकर्ता भी आंदोलन में शामिल हुए।
चक्काजाम में प्रमुख रूप से किसान सभा के दीपक साहू,जय कौशिक,दामोदर,के साथ शिवरतन,अजीत,जगदीश,इंद्र दीप, श्रवण, दास,दामोदर,महेंद्र,विनोद,इंद्र कुंवर, लक्ष्मीन बाई,जोतसना,सुक्रिता,सुजाता,राधा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हैं।