कोरबा। छ ग शिक्षक संघ ने लाउड स्पीकर स्कूल, बुल्टू को बोल, पढ़ाई तुम्हर पारा जैसे वैकल्पिक शिक्षा के प्रयोग को अव्यवहारिक करार देते हुए इसे बंद करने के संबंध में मांग पत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रेषित किया है। कहा गया है कि इस तरह के वैकल्पिक शिक्षा प्रयोगों से कोरोना संक्रमण फैलने की भी आशंका है इसलिए तत्काल रोक लगाई जाए।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह, प्रांतीय महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा ने कहा है कि कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए स्कूल खुलने की अनिश्चितता की स्थिति में उपरोक्त वैकल्पिक शिक्षा के नाम से अव्यवहारिक प्रयोग किए जा रहे हैं। उचित यह होगा कि विद्यार्थियों को आकाशवाणी तथा दूरदर्शन के माध्यम से अध्ययन कराया जा सकता है। लाउड स्पीकर लेकर मोहल्ला-मोहल्ला जाने की बजाय लाउड स्पीकर का केन्द्र बिन्दू विद्यालय को किया जा कर एवं मोहल्ले में स्पीकर लगाकर विद्यालय से अध्ययन कराया जा सकता है। जब विद्यार्थियों को मोहल्ला/पारा/विद्यालय में बुलाया जा सकता है तो अलग-अलग कक्षा को अलग-अलग समय तथा तिथि में मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ विद्यालय में अध्यापन कराया जाना उचित होगा। शिक्षक संघ ने कहा है कि शासन द्वारा प्रदत्त नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक, गणवेश, मध्याह्न भोजन आदि का वितरण अलग-अलग, बार-बार घर-घर जाकर करने से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहेगी। इसके स्थान पर विद्यार्थियों को एक बार में पाठ्य पुस्तक, गणेश तथा मध्याह्न भोजन का वितरण अलग-अलग कक्षा को अलग-अलग समय तथा तिथि में मास्क लगाकर व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विद्यालय में बुलाकर वितरित किया जाना उचित होगा।