Sunday, September 8, 2024
Google search engine
Google search engine
Google search engine
Google search engine
Homeकोरबाबांकीमोंगरा बांस कटाई जैसा मामला कोरबा में भी, जानें कितने पेड़ों पर...

बांकीमोंगरा बांस कटाई जैसा मामला कोरबा में भी, जानें कितने पेड़ों पर चली आरी

कोरबा (खटपट न्यूज)। कटघोरा वन मण्डल अंतर्गत वन परिक्षेत्र कटघोरा के बांकीमोंगरा बीट में गत दिनों बांस की अवैध कटाई का मामला सामने आया था। मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि कोरबा में भी इस तरह का मामला सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार वन मण्डल कोरबा का कार्यालय कोसाबाड़ी 100 बेड मार्ग में स्थित है। कार्यालय के पीछे वन विभाग का लकड़ी डीपो और उससे सटी बांस बाड़ी स्थित है। बांस बाड़ी में वन अधिकारियों ने भारी मात्रा में हरे-भरे और नए कोपले ले रहे बांस के पेड़ों को काट डाला। हरे-भरे बांस के पेड़ों से ट्री गार्ड का निर्माण कराया जा रहा है।

बांस बांड़ी में हजारों पेड़ों को काटने का मामला प्रकाश में आने के बाद अधिकारियों द्वारा हरे-भरे पेड़ों से बने ट्री गार्ड को काले रंग से पोता जा रहा है। ताकि मामला उछल न पाये। उधर बवाल मचने के बाद बांकीमोंगरा में बांस कटाई के मामले में भाजपा ने भी मोर्चा खोल दिया है और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की अध्यक्षता में विधायक दल की टीम बनायी गई है। विधायक दल ने डीएफओ से लेकर बीट गार्ड तक से पूछताछ की है। उधर कटघोरा रेंजर मृत्युंजय शर्मा और डिप्टी रेंजर को बचाने बीट गार्ड को निशाना बनाने की जानकारी हुई है। अब तक इसमें किसी के खिलाफ भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। देखना है कोरबा में बांस कटाई का मामला उच्च अधिकारियों एवं जन नेताओं के संज्ञान में आता है या नहीं।


5 एकड़ में प्रस्तावित गार्डन के लिए 700 पेड़ों को काटा गया : कोरबा वन मण्डल के कोरबा रेंज के वन परिक्षेत्राधिकारी श्री कर्माकर से प्रतिक्रिया लेने पर उन्होंने कहा कि बांस बाड़ी की पांच एकड़ की जमीन पर हर्बल गार्डन बनाना प्रस्तावित है और इसके लिए पांच एकड़ की जमीन की साफ-सफाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि मात्र 700 पेड़ों को काटा गया है। काटे गए पेड़ बड़े हो गए थे। उन्होंने कहा कि डीएमएफ फंड से हर्बल गार्डन तैयार करने का प्रस्ताव शीघ्र ही कलेक्टर के पास प्रेषित किया जाएगा। हर्बल गार्डन के लिए करीब 50 लाख का प्रस्ताव भेजा जाएगा। श्री कर्माकर ने बताया कि हर्बल गार्डन बनने से जिले के ऐसे छात्र यहां से प्रशिक्षण लेंगे जो कृषि, उद्यानिकी आदि विषय लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

Google search engine
    Google search engine
    Google search engine

    Google search engine
    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments