Thursday, February 6, 2025
HomeबिलासपुरBREAK:जोगी कांग्रेस के 500 कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया

BREAK:जोगी कांग्रेस के 500 कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया

0 प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा कर बताई निराशा की वजह

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे के बिलासपुर जिले के विभिन्न विंग के अध्यक्ष,पदाधिकारियों सहित लगभग 500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पार्टी से सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का दावा किया है। करण मधुकर प्रदेश सचिव, कोर कमेटी सदस्य, मस्तूरी विधानसभा प्रभारी व बिलासपुर लोकसभा अध्यक्ष, जिला शहर अध्यक्ष बॉबीराज अजीत युवा मोर्चा, गुड्डा कश्यप उपाध्यक्ष जिला ग्रामीण, मनीष बबलू जार्ज प्रदेश संगठन मंत्री अल्पसंख्यक विभाग, ललिता भारद्वाज बिलासपुर महिला जिला अध्यक्ष, बृज किशोर गावस्कर जिला उपाध्यक्ष, सीतादेवी जिला महामंत्री महिला विंग, रमा रात्रे जिला महामंत्री,महिला विंग, फूल चंद लहरे,विवेक डाहीरे,रोहित बंजारे, कुलदीप साहू सहित लगभग 500 से अधिक कार्यकर्ता अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी में विचारों के अभाव, प्रदेश अध्यक्ष की निष्क्रियता,नेतृत्व संकट से निराश होकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विभिन्न पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की है। बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए करण मधुकर ने बताया कि स्वर्गीय अजीत जोगी जी ने 26 जून 2016 को कांग्रेस से अलग छत्तीसगढ़ जनता जे पार्टी का गठन किया था। प्रदेश की अस्मिता और छत्तीसगढ़ियों के सम्मान के लिए बनाई गई इस पार्टी में उनके सहित हजारों लोगों ने सदस्यता ली थी। जब तक वह जीवित रहे पार्टी लगातार बढ़ती गई मगर उनके निधन के बाद पार्टी में नेतृत्व क्षमता की कमी के चलते एक-एक कर छोटे बड़े सभी पदाधिकारी पार्टी छोड़कर जिम्मेदारियों से मुक्त होते जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की निष्क्रियता और पार्टी के बेहतरी के लिए किसी तरह का कार्यक्रम ना बनना, नेतृत्व क्षमता का संकट होने के कारण उन्होंने अपने राजनीतिक भविष्य को बचाने के लिए इस तरह का कदम उठाया है। हालांकि वे सभी किस पार्टी में जा रहे हैं इस बात की जानकारी नहीं दी है।

जहां विचार मिलेंगे वहां जाएंगे

करण मधुकर ने कहा कि जहां विचार मिलेंगे उसी पार्टी के साथ जाएंगे अभी सारे कार्य कार्यकर्ताओं ने कुछ अंतिम निर्णय नहीं लिया है सारे कार्यकर्ता जोगी जी के बाद धर्मजीत सिंह की उपेक्षा से भी हताश हैं ।जोगी जी के बाद धर्मजीत सिंह ही बेहतर विकल्प थे।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments