कोरबा(खटपट न्यूज़)। कोल एडजस्टमेंट की आड़ में अनाधिकृत कोल साइडिंग से सरगबुंदिया- बरपाली, सलिहाभांठा वासियों को स्वास्थ्यगत तकलीफ हो रही है। कोल एडजस्टमेंट की आड़ में ग्राम सरगबुंदिया में संचालित हो रहे अवैध कोल साइडिंग को निरस्त करने के लिए रामपुर विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर द्वारा कलेक्टर संजीव झा को पत्र लिखकर दिए गए अल्टीमेटम को एक माह होने जा रहा है,फिर भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया। नाराज विधायक श्री कंवर जल्द ही प्रभावित क्षेत्रवासियों के साथ धरने पर बैठ सकते हैं।
16 मार्च को कलेक्टर के नाम रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने पत्र लिखकर कोयला ढुलाई के लिए संचालित हो रहे रेलवे साइडिंग पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि निजी हित के लिए लोगों के जान-माल और स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां अनावश्यक दबाव पूर्वक साइडिंग संचालित किया जा रहा है। अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए जनहित को दरकिनार किया गया है। श्री कंवर ने कहा है कि उनके व ग्रामवासियों के द्वारा इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। किसी तरह की जनहानि व दुष्परिणाम के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
अल्टीमेटम के करीब एक माह बाद भी रेलवे और जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है जबकि उक्त साइडिंग के बारे में अपना होने से रेलवे के अधिकारी ने इंकार कर दिया है।
इससे पहले भी ग्राम सरगबुंदिया में कोल साइडिंग का संचालन रेलवे द्वारा शुरू किया गया था जो काफी विरोध के बाद बंद करना पड़ा। इसके बाद यहां फिर से नागपुर की संदेश ट्रेंडिंग एंड कंपनी द्वारा कोल एडजस्टमेंट के नाम पर अवैध साइडिंग संचालित की जा रही है। यहां मालगाड़ी के जरिए खदान से आने वाले ओवरलोड कोयला को खाली करवाने की आड़ में कोयला की चोरी कर सड़क मार्ग के जरिए परिवहन कराने का खेल किया जा रहा है। इस चोरी में किसी तरह की जांच-पड़ताल रेलवे, एसईसीएल, खनिज विभाग द्वारा करना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। यदि कोई जांच-पड़ताल हुई भी है तो उसे उजागर करना भी जरूरी नहीं समझा जा रहा।
0 पूर्व जनपद अध्यक्ष भी लिखी है पत्र: करतला जनपद की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती धनेश्वरी कंवर भी इस अवैध साइडिंग को बंद कराने कलेक्टर को पत्र लिख चुकी हैं लेकिन किसी तरह का संज्ञान नहीं लिया जा सका है। जनप्रतिनिधियों के पत्रों की इस तरह से उपेक्षा जहाँ समझ से परे है वहीं कोयला की इस तरह चोरी को रोकना जरूरी भी नहीं समझा जा रहा है। उक्त कम्पनी का काम मालगाड़ी से ओव्हरलोड कोयला को गिराना है,और यदि इस पैमाने पर कोयला इकट्ठा हो रहा है तो साफ है कि खदान की साइडिंग से ही जानबूझकर कोयला ओव्हरलोड भरा जा रहा है और यहां इसकी आड़ में वैगन खाली हो रहे हैं।
0 दलाल कर रहे मध्यस्थता
अवैध कोल साइडिंग के स्थानीय कर्ता-धर्ता की तरफ से कुछ दलालनुमा लोग मैनेज करने का काम कर रहे हैं। इनके द्वारा अधिकारियों सहित संबंधितों को गुमराह करने का काम बड़ी खूबी से अंजाम दिया जा रहा है।