Thursday, February 6, 2025
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छत्तीसगढ़ : बजट सत्र की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित, राज्यपाल ने की सरकार की योजनाओं की तारीफ

रायपुर (खटपट न्यूज)। राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की कार्यवाही 2 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। गुरुवार सुबह 11 बजे फिर से कार्यवाही शुरू होगी। महामहिम ने 20 मिनट में अपनी स्पीच पूरी की। उन्होंने अंग्रेजी में भी अपना अभिभाषण पढ़ा।

बजट भाषण से पहले नियम बताते हुए डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कुछ पॉइंट राज्यपाल हिंदी और इंग्लिश में पढ़ेंगे और कुछ पॉइंट्स को पढ़ा हुआ माना जाएगा। इसके बाद भाषण शुरू हुआ। राज्यपाल ने प्रदेश सरकार की ओर से चलाए जा रहे राम वन गमन, आत्मानंद स्कूल और तुंहर सरकार तुहंर द्वार कार्यक्रम को सराहा।
सदन में डॉ. चरणदास महंत आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दे रहे थे। इसी बीच सिंहदेव अपनी सीट से उठकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास आकर बैठे। कुछ देर दोनों के बीच चर्चा होती रही इसके बाद सिंहदेव अपनी जगह पर जाकर बैठ गए। अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल ने आरक्षण मामले में कोर्ट में राज्यपाल के खिलाफ लगी याचिका पर हंगामा किया। हंगामे के बीच ही राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ने लगे। बृजमोहन बोले कि सरकार एक राज्यपाल के खिलाफ अदालत गई है। तो अजय चंद्राकर ने कहा जब राज्यपाल पर विश्वास ही नहीं है तो अभिभाषण का क्या मतलब।
पहली बार सदन की कार्यवाही की जानकारी ऐप के जरिए भी मिलेगी और कोरोना काल से बंद दर्शकदीर्घा को पूरी तरह से खोला गया। इससे पहले स्पीकर डॉ. चरणदास महंत की अध्यक्षता में विधानसभा के समिति कक्ष में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई।
बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम सहित समिति के सदस्य शामिल हुए।
1 मार्च से 24 मार्च तक बजट सत्र की कार्यवाही रखी गई है। इसमें कुल 14 बैठकें होगी। 6 मार्च को होली से ठीक पहले बजट पेश किया जाएगा। इसके बाद होली की छुट्टी रहेगी। इसके बाद फिर से बजट सत्र की कार्यवाही चलेगी। स्पीकर डॉ चरणदास महंत ने बताया कि अबतक 1730 प्रश्न आ चुके हैं। जिसपर 13 से 22 मार्च तक चर्चा होगी। 57 ध्यानाकर्षण बिंदु भी आए हैं।
प्रदेश में इस बार विधानसभा में ऑनलाइन बजट पेश किया जाएगा। छत्तीसगढ़ बनने के बाद 22 सालों में पहली बार ऐसा होगा कि विधायकों को मैनुअल बजट की कॉपी नहीं दी जाएगी, बल्कि उनकी टेबल पर ही मॉनिटर लगे होंगे। इसके पहले सभी विधायकों को इसे ऑपरेट करने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इससे सरकार के खजाने में करोड़ों रुपए बचेंगे जो जनता की भलाई में व्यय किए जा सकेंगे। ।
प्रदेश में इस बार यह चुनावी बजट होगा। इसमें जनता के लिए कई रियायतों और सुविधाओं का प्रावधान किया सकता है। माना जा रहा है कि यह अब तक का छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा बजट हो सकता है। पिछला बजट 1 लाख 12 हजार 603 करोड़ 40 लाख रुपए का था।

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