Thursday, February 6, 2025
HomeकोरबाCGआंगनबाड़ी में हड़ताल:जारी हुआ अहम निर्देश,इनसे चाबी ले लें…और यह भी कहा….

CGआंगनबाड़ी में हड़ताल:जारी हुआ अहम निर्देश,इनसे चाबी ले लें…और यह भी कहा….

रायपुर/कोरबा(खटपट न्यूज़)। मानदेय वृद्धि करवाने के साथ-साथ भविष्य सुरक्षित करने के लिए विभिन्न मांगों को मनवाने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की हड़ताल 23 जनवरी 2023 से लगातार जारी है। राज्य सरकार के बजट में होने वाली घोषणा की ओर उम्मीद लगाए बैठे आंगनबाड़ी कर्मियों की यह हड़ताल अनिश्चितकालीन है। कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के तेवर को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय,रायपुर के द्वारा केंद्रों से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों के हितार्थ निर्णय लिए गए हैं।

इस संबंध में 7 फरवरी को महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सचिव भुवनेश यादव द्वारा एक आदेश जारी कर कहा गया है कि- आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से न्यूनतम 300 दिन पूरक पोषण आहार का वितरण किया जाना आवश्यक है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं/सहायिकाओं की हड़ताल अवधि में पूरक पोषण आहार वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ता/सहायिकाओं से केंद्रों की चाबियां बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा ली जाकर सेक्टर पर्यवेक्षक को सौंपी जावे। हड़ताल अवधि में यदि गर्म भोजन का वितरण किया जाना संभव नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में सभी श्रेणी के पात्र हितग्राहियों को प्रावधान अनुसार रेडी टू ईट का वितरण कराया जावे। 3 से 6 वर्ष आयु के बच्चों को गर्म भोजन के स्थान पर 6 माह से 3 वर्ष आयु के बच्चों के लिए निर्धारित रेडी टू ईट का वितरण कराया जा सकता है। इसी तरह कहा गया है कि हड़ताल अवधि में रेडी टू ईट की प्राप्ति/वितरण की व्यवस्था सेक्टर पर्यवेक्षक के माध्यम से संपादित कराएंगे। संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के अभिलेखों का विधिवत पंजियों में संधारण करते हुए दस्तावेज पृथक से रखा जाए। सेक्टर पर्यवेक्षक अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट सामग्री के वितरण हेतु महतारी पंचायत समिति / ग्राम पंचायत के सहयोग से ग्राम में मुनादी कराया जाकर किया जावे। यदि किसी जिले अथवा बाल विकास परियोजना क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका हड़ताल पर नहीं गई है तो उन्हें आवश्यक सहयोग प्रदान करते हुए आंगनबाड़ी केंद्र की सेवाएं निरंतर रखा जाना सुनिश्चित करेंगे। हड़तालरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की संख्यात्मक जानकारी महिला एवं बाल विकास संचालनालय को प्रतिदिन प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं।
0 हड़ताल पर जाने से रोकने यह दबाव भी
प्रदेश भर में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और सहायिका हड़ताल पर हैं वहीं ऐसे कार्यकर्ता/सहायिका जो आज की तारीख तक हड़ताल पर नहीं गई हैं, लेकिन 8 फरवरी से हड़ताल पर जाने की मंशा रखती हैं। उन्हें रोकने के लिए शासन के उक्त निर्देश का हवाला देकर दबाव बनाने की रणनीति पर काम हो रहा है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि पूर्व में संगठन स्तर पर दिए गए हड़ताल संबंधी सूचना को नहीं माना जा रहा है। सेक्टर स्तर पर भी सामूहिक रूप से भी जारी सूचना को अमान्य कर पृथक-पृथक केंद्रवार हड़ताल पर जाने संबंधी लिखित आवेदन देने के लिए कहा जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि हड़ताल पर जाना है तो चाबी सौंप कर जाओ। ऐसे में कार्यकर्ता/सहायिका अब असमंजस में हैं कि अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए आखिर क्या करें? उनमें इस हड़ताल में शामिल होने की छटपटाहट भी है तो वहीं अधिकारियों से बिगाड़ नहीं करने की मंशा भी है।
0 विधायक ननकीराम ने दिया समर्थन

कोरबा जिले के घंटाघर चौक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिकाओं के संयुक्त मंच के द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता रामपुर क्षेत्र के विधायक पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने पंडाल में पहुंचकर अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि जायज मांगों को पूरा करना चाहिए। महिलाओं तथा बच्चों के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की मांग सरकार को अपने वादा अनुसार पूरा करना होगा।

0 दूसरा धड़ा भी हड़ताल में जा रहा
गौरतलब है कि इन दिनों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ का संयुक्त मंच जिला स्तर पर हड़ताल में बैठा हुआ है। इससे संबंधित कार्यकर्ता और सहायिका अपने केंद्रों में ताला लगा चुके हैं जबकि अनेक कार्यकर्ता और सहायिका अभी भी हड़ताल से दूरी बनाए हुए हैं। इस बीच दूसरा धड़ा जो कि भारतीय मजदूर संघ श्रमिक संगठन से सम्बद्ध है, उस संगठन ने 8 फरवरी से हड़ताल पर जाने की सूचना दे दी है। ऐसे में महिला एवं बाल विकास विभाग की व्यवस्था चरमराने के आसार हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments