कोरबा(खटपट न्यूज़)। देर शाम पति-पत्नी में झगड़ा हो गया। झगड़े के बाद दोनों ने एलबम देखा और आधी रात पत्नी गायब मिली। वह फांसी पर लटक चुकी थी लेकिन जब राज खुला तो पुलिस भी चौंक उठी।
जानकारी के अनुसार कुसमुंडा थाना अंतर्गत भैरोताल के निवासी सुमित श्रीवास की पत्नी जमुना श्रीवास की लाश आधी रात गमछा के सहारे बनाए गए फांसी के फंदे पर लटकी मिली। गमछा को हसिया से काटकर जमुना को फंदे से उतारा लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
0 पति ने रची यह कहानी
पति ने पुलिस को बताया था कि 30 जनवरी को रात करीब 8.30 बजे मोबाईल से अपने दोस्तों के साथ सेलून में ही लुडो खेल रहा था कि पत्नि जमुना श्रीवास बार-बार खाना खाने के लिए बुला रही थी। बार-बार बुलाने पर नहीं आने के कारण पत्नि के साथ विवाद हुआ था और मारपीट हो गई। विवाद की वजह से दोनों खाना नहीं खाये थे। रात 12 बजे तक दोनों शादी का एलबम देखे फिर सो गए। रात करीब 1 बजे बच्ची के रोने की आवाज सुनकर जागा तो अपने बिस्तर पर नहीं थी, बाहर निकल कर देखा तो आंगन में बाथरूम के पास फांसी के फंदे पर वह झूलती मिली और मौत हो चुकी थी।
0 शॉर्ट पीएम रिपोर्ट ने खोला सच
कुसमुंडा पुलिस ने नवविवाहिता की मौत होने के कारण कटघोरा एसडीएम को प्रतिवेदन जांच हेतु प्रेषित किया। निर्देश पर दर्री के कार्यपालिक दण्डाधिकारी सुमित मेरिया ने मौके पर पहुंच कर पंचनामा की कार्यवाही की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया जिसकी शार्ट रिपोर्ट में गला घोंटने से मौत स्पष्ट हुआ।
0 शराब के कारण विवाद के बाद ऐसे मारा पत्नी को
पुलिस ने संदेही पति सुमित से कड़ी पूछताछ की जिसमें बताया कि पत्नी उसे शराब पीने से मना करती थी और आदतन शराबी होने के कारण पसंद नहीं करती थी व आए दिन विवाद होता था। रोज-रोज के विवाद से तंग आकर जमुना को जान से मारने की नीयत से गमछा से गला घोंटकर हत्या कर दिया और उसी गमछा को लोहे के पाइप में बांध कर गमछे को हसिया से काटकर जमुना के गले में बांधकर गांठ लगा दिया ताकि आत्महत्या लगे। इसके बाद परिजनों को झूठी खबर देकर थाना में सूचना दिया। पुलिस ने धारा 302,201 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर आरोपी को जेल दाखिल करा दिया। उपरोक्त कार्यवाही में कुसमुंडा थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश जांगड़े, एएसआई चंद्रशेखर वैष्णव, प्रधान आरक्षक राजनारायण सिंह, महिला प्रधान आरक्षक जलवेश कंवर, महिला आरक्षक गिरिजा जायसवाल, आरक्षक श्याम गबेल, संजय तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।