कोरबा(खटपट न्यूज़)। छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण मंडल के सदस्य अमन पटेल सहित 60 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया गया है। इन पर आंदोलन व प्रदर्शन के दरम्यान सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप है।
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जानकारी के अनुसार मानिकपुर खदान में 20 जनवरी को दोपहर करीब 3 बजे अमन पटेल जो कि छग राज्य कृषक कल्याण मंडल के सदस्य हैं, के द्वारा अरुण यादव एवं अन्य साथियों के साथ नारायणी कैम्प के सामने जाकर कोयला आवागमन के रास्ते में अवरोध करते हुए आवागमन को प्रभावित किया गया एवं खदान में उत्पादन कार्य को बाधित किया गया। इस प्रदर्शन के कारण कोयला उत्पादन, परिवहन तथा ओवर बर्डन का कार्य प्रभावित हुआ। इस मामले में प्रबंधन की ओर से एफआईआर दर्ज कराया गया है।
उपक्षेत्रीय प्रबंधक हरिकृष्ण प्रधान पिता बीडी प्रधान के द्वारा लिखित शिकायत कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, कोतवाली टीआई, महाप्रबंधक एसईसीएल कोरबा व अन्य को सौंपा गया। इसमें कहा गया कि अमन पटेल, अरुण यादव व 50-60 लोगों के द्वारा आवागमन अवरुद्ध कर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की गई। एसईसीएल केंद्र सरकार के अंतर्गत कोयला उत्पादन करने वाला लोकोपयोगी सार्वजनिक उपक्रम है। वर्तमान में कोयला देश के लिए ऊर्जा सुरक्षा की सबसे महत्वपूर्ण पूंजी है। कोयले से उत्पादित विद्युत ही देश के अधिकांश उद्योगों के संचालन में प्राणवायु का काम करता है। इसलिए कोयला उत्पादन पर पड़ने वाला किसी भी प्रकार का अवरोध एवं कुप्रभाव देश की अर्थव्यवस्था को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। मानिकपुर परियोजना के उत्पादन एवं प्रेषण कार्य हेतु कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने व सुरक्षा हेतु उचित कार्यवाही का आग्रह किया गया। पुलिस ने इस मामले में अमन पटेल, अरुण यादव सहित 50-60 लोगों के विरुद्ध धारा 147, 341 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
0 जिस मंडल का सदस्य उसमें रुचि नहीं : अमन पटेल को छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण मंडल का सदस्य मनोनीत किया गया है लेकिन उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है या किसानों के कल्याण के लिए जो कुछ किया जाना है, उसमें अमन पटेल की रुचि फिलहाल तो देखने-सुनने में नहीं आई है। हालांकि वे मानिकपुर खदान में होने वाले आंदोलन और प्रदर्शन में जरूर शामिल हो जाते हैं। इसे लेकर चर्चा का बाजार पहले भी गर्म हो चुका है।