0 विशेष अभियान से 144 वारंटियों में भी रही हड़कम्प,दबोचे गए
कोरबा(खटपट न्यूज़)। नवपदस्थ जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के सख्त तेवर के बाद अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पुराने अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा कसा है वहीं वर्षों पुराने मामलों में भी गिरफ्तारियां हो रही है। पता ठिकाना बदल कर रह रहे अपराधियों की चालाकी काम नहीं आईकप्तान के निर्देश पर चुस्त हुए थानेदारों ने मातहतों के सहयोग से 3 दिन के विशेष अभियान में 144 वारंटियों को पकड़ा। पुराने मामलों में फरार 23 आरोपियों की भी गिरफ्तारी हुई है। इस कार्यवाही से अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा विभिन्न न्यायालयों से जारी किए गए स्थाई वारंट, गिरफ्तारी वारंट की तामिली व लंबित मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं। समस्त थाना व चौकी प्रभारियों द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में अभियान के दौरान पूरे जिले में 41 स्थाई वारंट एवं 80 गिरफ्तारी वारंट तामील कराए गए। साथ ही थाना-चौकियों में लंबित पुराने मामलों में फरार 23 आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है।
उल्लेखनीय है कि फरार स्थाई वारंटियों में से कई वारंटी लंबे समय से फरार थे एवं नाम बदलकर निवास कर रहे थे जिन्हें कोरबा जिला के अतिरिक्त रायपुर,धमतरी, रामानुजगंज, दिल्ली व राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। अभियान के दौरान विभिन्न थाना-चौकियों में लंबित मामलों के 23 आरोपी जिन पर मारपीट, बलवा, शासकीय कार्य में बाधा जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं, उन्हें गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।
0 जमानत के बाद 24 वर्षों से फरार,राजस्थान से पकड़ा
सत्र न्यायालय कटघोरा के प्रकरण क्र. 44/99 धारा 457, 380 भादवि का आरोपी तोप सिंह पिता पंचराम गोंड़ ग्राम चोढ़ा चौकी हरदीबाजार के विरुद्ध वर्ष 1999 में चोरी का मामला पंजीबद्ध हुआ था। न्यायालय से जमानत मिलने के बाद से वह फरार था और नाम बदलकर रह रहा था। इसी तरह सत्र न्यायालय कटघोरा के प्रकरण क्र. 514/ 2001 धारा 457, 380 के मामले में आरोपी राजेंद्र सिंह पिता सोहन सिंह सरदार निवासी आदर्श नगर कुसमुंडा वर्ष 2001 से फरार था व नाम बदलकर राजस्थान में रह रहा था जिसे राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोरबा न्यायालय के प्रकरण क्र. 2338/ 2016 धारा 294, 506, 323 भादवि में फरार आरोपी दीनानाथ यादव पिता ददन यादव 6 वर्ष से फरार था जिसे गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया।