कोरबा-कुसमुंडा(खटपट न्यूज़)। परिचित के द्वारा की गई दगाबाजी का शिकार एसईसीएल का एक अधिकारी हुआ है। उसके भरोसे घर छोड़ना महंगा पड़ गया और नगदी सहित जेवरात व मकान के कागजात लेकर वह चंपत हो गया है। अब पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना में मुख्य प्रबंधक ईएण्डएम के पद पर सुशील देव मिश्रा पदस्थ है। आदर्शनगर कालोनी का मकान क्रमांक डी-05 उन्हें आबंटित है। 26 दिसंबर को सुशील अपने गृहग्राम रांची निजी कार्य से रवाना हुए और इसके पहले परिचित व्यक्ति स्वतंत्र बहादुर सिंह पिता तेज बहादुर निवासी मकान नंबर बी-454 नेहरू नगर कुसमुंडा को घर की देख-रेख के लिए चाबी सौंप दिया। 2 जनवरी को शाम 5 बजे सुशील देव रांची से लौटकर कुसमुंडा कालोनी अपने घर पहुंचे और चाबी लेने के लिए स्वतंत्र बहादुर को फोन लगाया तो तीनों नंबर बंद बताया। सुशील ने अपने पास मौजूद डुप्लीकेट चाबी से ताला खोला। दूसरे दिन 3 जनवरी को फोन लगाने पर स्वतंत्र का मोबाइल बंद बताया तब उसके घर जाकर देखा तो ताला लगा था। पड़ोसी ने 31 दिसंबर से स्वतंत्र बहादुर के नजर नहीं आने की जानकारी दी। उसके गायब होने और फोन बंद बताने पर सुशील देव को संदेह हुआ तब घर आकर छानबीन की तो होश उड़ गए। बेडरूम में रखे दीवान-पलंग में मौजूद सूटकेश गायब था। इस सूटकेश में 2 लाख रुपए नगद, लगभग 400 ग्राम सोने का आभूषण, रांची वाले मकान की रजिस्ट्री का मूल दस्तावेज व दफ्तर संबंधी शासकीय दस्तावेज रखे हुए थे। यह सूटकेश घर भर में तलाशने पर नहीं मिला और मकान में भी किसी तरह की तोड़-फोड़ नहीं दिखी और चोरी की संभावना भी नजर नहीं आई। सुशील देव की रिपोर्ट पर स्वतंत्र बहादुर के विरूद्ध अमानत में खयानत करने पर धारा 406 भादवि का जुर्म दर्ज कर लिया गया है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)