कोरबा (खटपट न्यूज)। कोरबा जिले में कोविड-19 का संक्रमण चारों ओर तेजी से फैल रहा है। स्कली छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षक, परिजन भी चपेट में आ रहे हैं। शहर से लेकर गांव तक संक्रमण का कहर है और बुद्धिजीवी से लेकर अनपढ़ लोग भी इस खतरे को समझ चुके हैं। दीपका भी संक्रमण से अछूता नहीं है। मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और सेनेटाइजर अनिवार्य किया गया है। सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इन सबके बीच निजी इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में आज लोहड़ी का त्योहार मनाया गया।
प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता के बताए अनुसार विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उमंग, उत्साह के साथ पंजाबी गीत पर नृत्य किया और अग्नि के चारों ओर घूमकर नकारात्मक को त्याग सकारात्मक आदतों को अपनाने का संकल्प लिया। त्योहार तो ठीक लेकिन जब स्कूल बंद हैं तो इसके यहां हुए आयोजन व जमावड़े के औचित्य पर सवाल जायज है। गंभीर बात यह है कि इस आयोजन में स्वयं प्राचार्य बिना मास्क के नजर आ रहे हैं और उनके सहयोग भी कुछ इसी तरह तस्वीर में दिख रहे हैं। इनके मास्क न तो कान पर लटके हैं और न मुंह पर। आयोजन में महिलाएं और उनके बच्चे भी शामिल हुए।
बता दें कि मास्क को आधा पहनने की बात को लेकर रविवार 9 जनवरी को दोपहर के वक्त पाली रोड दीपका में खासा बवाल मचा था। यहां कार्यपालिक दण्डाधिकारी व्हीके श्रीवास्तव ने मास्क के विवाद में एक युवक को थप्पड़ जड़ दिया फिर सरेआम माफी भी मांगी। इसके तीसरे दिन विवाद स्थल फोटोकापी दुकान के संचालक की तस्वीर के साथ दीपका पुलिस को एफआईआर सुनिश्चत करने के लिए प्रतिवेदन भी प्रेषित किया गया। कार्यपालिक दण्डाधिकारी जहां एक ओर मास्क के लिए प्रेरित कर दण्डात्मक कार्यवाही कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता उनके सहयोगी आधा नहीं बल्कि बिना मास्क के ही इस तरह का आयोजन करते नजर आए। आम और खास का यह अंतर भी समझना जरूरी है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)