इंसान की नीयत कब डोल जाए, कहा नहीं जा सकता। मालिक आखिर अपने कर्मचारी पर भरोसा ना करे तो और किस पर करे लेकिन जब उसके राजदार ही दागदार निकल जाएं तो क्या होगा? यही हकीकत उभर कर सामने आई जब 5 लाख की दिनदहाड़े हुई लूट का राजफाश हुआ।

कोरबा(खटपट न्यूज़)। 20 दिसम्बर को दोपहर करीब 12:30 बजे चमन कुमार पात्रे पिता चेतनदास उम्र 30 वर्ष निवासी बांकीमोंगरा ने दीपका थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह वाल्वोलीन कंपनी में सेल्स ऑफिसर के पद पर पदस्थ है। कोरबा निवासी विनोद कुमार अग्रवाल जिनका जे पी टायर एजेंसी है, के द्वारा शनिवार 18 दिसम्बर को उसके खाते में 5 लाख रुपए ट्रांसफर किया और कहा था कि बैंक से रकम निकाल कर ले आना। चमन कुमार पात्रे बांकीमोंगरा के गजरा स्थित स्टेट बैंक की शाखा से रकम निकालकर दीपका किसी काम से जा रहा था कि रास्ते में अज्ञात बाइक सवार 2 युवकों ने आंख में मिर्ची पावडर फेंक कर रुपयों से भरा बैग लूटकर भाग गए। सूचना पर जुर्म पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू किया गया।
घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को देते हुए नाकेबंदी कराकर संदिग्धों की तलाश प्रारंभ की गई। थाना प्रभारी दीपका अविनाश सिंह के साथ सायबर सेल की टीम को लगाया गया।
एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि सायबर की टीम ने बैंक एवं घटनास्थल के मध्य के सीसीटीवी कैमरों की जांच प्रारंभ की तो पाया कि लूट का शिकार चमन 11:13 बजे स्टेट बैंक बांकीमोंगरा से रकम निकालकर सिर में हेलमेट लगाकर मोटरसाइकिल से दीपका की ओर निकला। घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर पहले के सीसीटीवी कैमरे में उसके बगल में एक अज्ञात स्कूटी सवार भी चल रहा था जो घटनास्थल के थोड़ी देर पहले स्कूटी में जाते हुए दिखा। उसके संबंध में जानने से चमन लगातार इंकार कर रहा एवं गोलमोल जवाब दे रहा था जबकि बैंक से लेकर घटनास्थल के निकट तक वह चमन के बराबर ही चल रहा था। पुलिस को यहीं पर संदेह हुआ। मुखबिरों के माध्यम से अज्ञात स्कूटी सवार की पहचान कराई गई तो वह चमन का दोस्त निकला जो मोहम्मद जुबेर उर्फ मुन्ना खान था। इसके पश्चात चमन ने कड़ी पूछताछ में अपना गुनाह स्वीकार कर बताया कि -जेके टायर एजेंसी वाले विनोद अग्रवाल हमेशा उसके(चमन के) माध्यम से बैंक से रकम निकलवा कर मंगाते हैं। मन में लालच आ गया तो साथी मोहम्मद जुबेर उर्फ मुन्ना पिता हाफिज निवासी नोनबिर्रा थाना करतला के साथ मिलकर फर्जी लूट की साजिश रची।
0 पहले से बना रखी थी योजना
दोनों पूर्व योजना के मुताबिक 20 दिसम्बर को सुबह 10:30 बजे स्टेट बैंक बाकीमोगरा पहुंचे। चमन के रुपये निकालने के बाद दोनों अलग-अलग वाहनों में दीपका की ओर रवाना हुए। घटनास्थल के पास रुपयों से भरा बैग को चमन ने मोहम्मद जुबेर को दे दिया और स्वयं अपनी आंखों में मिर्ची डाल कर फर्जी लूट की रिपोर्ट थाना दीपका में दर्ज कराया ।
दोनों को हिरासत में लेकर रकम 5 लाख रुपए एवं घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल एवं स्कूटी, 2 मोबाइल जप्त कर पूर्व में अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध दर्ज धारा 394 भादवि के अंतर्गत अपराध को हटाकर अमानत में खयानत, झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने पर धारा 408,182,211,34 भादवि के अंतर्गत कार्रवाई कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
पूरे मामले का खुलासा पुलिस द्वारा मात्र 5 घण्टे के भीतर कर दिया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक अविनाश सिंह , साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक राम पांडे, राकेश सिंह ,आरक्षक गुनाराम सिन्हा, योगेश राजपूत, आशीष साहू, विकास कोसले, वीरेंद्र पटेल, लव पात्रे,विरकेश्वर सिंह,प्रशांत सिंह, संतोष तिवारी, गौरव चंद्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)