0 12 डिसमिल सरकारी जमीन की रजिस्ट्री कर ऐंठे 15 लाख, नाम पर जमीन ही नहीं
कोरबा, (खटपट न्यूज)। मानिकपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम दादरखुर्द में परशुराम नगर निवासी प्रो. सुरेश चंद्र तिवारी ने जमीन के मामले में स्थानीय लोगों के साथ-साथ हाइप्रोफाइल लोगों को भी चूना लगाया है। ताजा मामले में प्रो. तिवारी ने बिहार सरकार के पूर्व सचिव सेवानिवृत्त जगदीश प्रसाद मिश्रा के साथ छल किया है। जगदीश प्रसाद मिश्रा ने प्रो. तिवारी से ग्राम दादरखुर्द में जमीन का सौदा किया। पटवारी हल्का नम्बर 21 (पूर्व नम्बर 13) के खसरा नंबर 905/2 रकबा 12 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री का सौदा 15 लाख रुपए में हुआ और यह राशि 5 लाख रुपए एसबीआई से एडवांस, 5 लाख रुपए रजिस्ट्री के समय एवं 5 लाख पुन: एसबीआई एकाउंट से जगदीश प्रसाद मिश्रा ने सुरेश चंद्र तिवारी को भुगतान किया। रजिस्ट्री के वक्त खर्च हुए डेढ़ लाख रुपए भी जगदीश प्रसाद मिश्रा ने स्वयं से भुगतान किया। जमीन खरीदने उपरांत नामांतरण के लिए श्री मिश्रा ने आवेदन स्थानीय तहसील में प्रस्तुत किया। इस पर प्रो. तिवारी की पत्नी श्रीमती सुधा तिवारी ने आपत्ति लगा दी, जिससे नामांतरण आदेश निरस्त हो गया। बाद में श्री मिश्रा ने तहसीलदार के समक्ष आवेदन पेश किया और हल्का पटवारी को जांच के निर्देश दिए। जांच में पटवारी ने पाया कि सुरेश चंद्र तिवारी के खाता में एक भी जमीन नहीं है और यदि 15 डिसमिल जमीन का नामांतरण होता है तो वह सरकार की जमीन है। बताया गया कि सुरेश चंद्र तिवारी के नाम 1 एकड़ जमीन ही है, जिसे वह कई लोगों को बिक्री कर चुका है और फर्जी जमीन रजिस्ट्री के मामलों में शिकायतें भी दर्ज हैं। फिलहाल अपने साथ हुए धोखाधड़ी की जानकारी होने पर पूर्व सचिव जगदीश प्रसाद मिश्रा ने मानिकपुर चौकी में प्रो. सुरेश चंद्र तिवारी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। चौकी प्रभारी एसआई अशोक पांडे ने बताया कि मामले में षड्यंत्रपूर्वक धोखाधड़ी के जुर्म में धारा 420, 120 बी भादवि के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी को कोई अवसर दिए बगैर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में कार्रवाई कर आज गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया है।