Monday, December 23, 2024
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शंकर रजक से मित्र ने छल किया, फर्जी हस्ताक्षर से बेच दिया उसकी बोलेरो

कोरबा-कटघोरा (खटपट न्यूज)। समाज सेवी शंकरलाल रजक और उसका पुत्र विरूद्ध में दर्ज मामलों में जेल क्या गए, उनके पीछे मित्र ने धोखाधड़ी कर दी। शंकर रजक की मां को अंधेरे में रखकर शंकर रजक की बोलेरो को अपने साथ ले गए और फर्जीवाड़ा कर दूसरे को बिक्री कर दिया। शंकर रजक की रिपोर्ट पर धोखेबाज मित्र और उसके पुत्रों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर विवेचना की जा रही है।

शंकर रजक

कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम छुरी भाठापारा निवासी शत्रुहन लाल देवांगन पिता स्व. मोतीलाल देवांगन, आकाश देवांगन, कमल देवागंन दोनों पिता शत्रुहन लाल देवांगन ने यह फर्जीवाड़ा किया है। शंकर लाल रजक पिता स्व. बुद्धदेव प्रसाद रजक निवासी ग्राम हुंकरा ने बताया कि उसके नाम पर उक्त वाहन बोलेरो प्लस क्रमांक सीजी-12एजी-8997 है जिसका वह पंजीकृत स्वामी है। शत्रुहन लाल देवांगन उसका मित्र है, जिससे 15 वर्षो से परिवारिक संबंध रहा है। शंकर व शत्रुघन एक साथ ठेकेदारी का कार्य करते थे। दिनांक 25.03.2018 से शंकर परिवार सहित अन्य शहर में रह रहा था व घर पर केवल मां मुलरिया बाई रजक थी। दिनांक 05.08.2018 को थाना बांकीमोंगरा के द्वारा शंकर एवं पुत्र को एक मामले में गिरफ्तार किया गया। दिनांक 05.08.2018 से 07.08.2020 तक वह उपजेल कटघोरा में था। जेल से छूटकर आने के बाद मां ने बताया कि जब वहं परिवार सहित बाहर था तब 30.03.2018 को उक्त सभी आरोपीगण मां के पास आये और बोले कि उनकी शंकर से बात हो गई है, शंकर ने बोलेरो गाड़ी को ले जाकर अपने पास सुरक्षित रखने को कहा है। मां ने उन सभी पर भरोसा करके बोलेरो प्लस क्रमांक सीजी-12एजी-8997 को आरोपीगण को दे दिया। जब शंकर दिनांक 07.08.2020 को जेल से छूटकर घर आया तो उक्त वाहन को इन लोगों के द्वारा ले जाना बताया। शंकर ने शत्रुहन देवांगन और उसके दोनों बेटों के घर ग्राम छुरी जाकर अपनी वाहन बोलेरो को वापस मांगा तो उन सभी ने गाली गलौच किया औरे बोले कि तुम्हारी गाड़ी को हम लोग बेच दिये हैं, जो करना है कर लो। शंकर ने दिनांक 30.12.2020 को आर.टी.ओ. कार्यालय कोरबा से सूचना का अधिकार के तहत बोलेरो प्लस क्रमांक सीजी-12एजी-8997 के खरीदी-बिक्री और नाम ट्रांसर्फर के संबंध में जानकारी मांगा तो ज्ञात हुआ कि शत्रुहन लाल देवांगन और उसके दोनों बेटे आकाश, कमल देवांगन ने उसका फर्जी हस्ताक्षर कर महिन्द्रा फायनेंस से उक्त वाहन का एन.ओ.सी. लिया और किसी श्याम प्रसाद साहू के पास बेच दिया है। शत्रुहन देवांगन ने दिनांक 19.06.2018 को उसका फर्जी हस्ताक्षर कर उक्त वाहन की आर.सी. बुक की द्वितीय प्रति लेने के लिए झूठा आवेदन थाना दर्री में दिया था। कूटरचना कर उक्त वाहन को विश्वास में लेकर बेच देने के इस मामले में कटघोरा पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध षड़यंत्र पूर्वक धोखाधड़ी के जुर्म में धारा 120 बी, 34, 420 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना जारी रखी है।
0 फिर समाज सेवा में जुटे शंकर रजक
हुंकरा निवासी शंकर रजक ने पूर्व में मां कोसगई सेवा संस्थान प्रारंभ किया और जनसेवा के कार्यों में अपनी भरपूर भागीदारी भी सुनिश्चित की। न सिर्फ स्थानीय बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों से भी आने वाले जरूरतमंदों की वे मदद करते रहे। जेल से छूटकर आने के बाद शंकर रजक पुन: समाज सेवा के कार्य में जुट गए हैं। शंकर रजक ने कहा है कि जो भी घटनाक्रम हुए वह एक बुरे सपने की तरह हंै और इनसे उबर कर वे फिर से समाज सेवा के काम को प्राथमिकता दे रहे हैं। हालांकि कुछ लोग उनके विरूद्ध नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश जरूर कर रहे हैं किंतु उनका यह प्रयास नेक कार्यों के सामने सफल नहीं होगा, ऐसा विश्वास है।

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