कोरबा-कटघोरा(खटपट न्यूज़)। अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी समाजसेवी संस्था लायन्स क्लब इंटरनेशनल के कटघोरा-छुरी इकाई के सदस्यों ने सरकारी निर्माण का उद्घाटन करा दिया। कटघोरा के पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लखनलाल देवांगन, कटघोरा नगर पालिका के अध्यक्ष रतन मित्तल और भाजपा नेताओं की उपस्थिति में लोकार्पण हुआ। लायन्स क्लब ने इस यात्री प्रतीक्षालय में लायंस क्लब का बोर्ड लगाकर इसे एक तरह से अपना बता दिया क्योंकि शिलापट में कहीं भी सरकार/जनपद के जिक्र ही नहीं है। हालांकि खनिज न्यास बहुत छोटे अक्षरों में जरूर लिखा है पर लगता यही है कि लायन्स क्लब की प्रशासन पर बड़ी मेहरबानी हुई है।
कटघोरा के तहसील चौक में यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण कुछ साल पहले जनपद कटघोरा की ओर से कराया गया था। खनिज न्यास मद से राशि आबंटित कराया गया था व ग्राम पंचायत धवईपुर निर्माण एजेंसी था। 5 लाख से निर्मित इस यात्री प्रतीक्षालय का तकनीकी कारणों से लोकार्पण नहीं कराया जा सका था और निर्माण के दो-तीन वर्ष बाद शासकीय राशि से निर्मित प्रतीक्षालय को गैर सरकारी संगठन ने अपना बता दिया।प्रतीक्षालय के भीतर नई शिलापट्टिका भी लगा दी गई है जिसमें क्लब के सदस्यों का नाम लिखा है।
0 सीईओ की कार्यशैली समझ से परे
यह बड़ा गजब है कि अपने निर्माण और जनपद क्षेत्र में हुए लोकार्पण की जानकारी जनपद पंचायत के सीईओ एचएन खोटेल को नहीं है। उन्होंने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। भला उनका यह जवाब न सिर्फ गैर जिम्मेदाराना जैसा है बल्कि इस पर भी संशय उत्पन्न करता है कि वे जब नजदीक में हुए कारनामे की खबर नहीं रख पाए और गलत तरीके से लायन्स क्लब के पदाधिकारियों ने सरकारी संपत्ति को क्लब के बताकर वाहवाही लूटने की कोशिश की है तो भला जनपद क्षेत्र के दूरस्थ इलाकों की भ्रष्ट गतिविधियों पर क्या निगाह रख पाते होंगे। वैसे भी उनकी जनपद में चौथी-पांचवी पदस्थापना है और उपकृत होकर पदस्थ होने के बाद विवादित कार्यकाल के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके कार्यकाल में उठा यह नया बखेड़ा यूं ही नजरअंदाज करने के लायक नहीं होना चाहिए। बाकी तो मूकदर्शक की भूमिका निभाने वाले बड़े अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के हाथ है।
0 पालिका अध्यक्ष कैसे रह गए अनजान
इस सम्बन्ध में कटघोरा नगर पालिका के अध्यक्ष रतन मित्तल ने का कहना है कि लायंस क्लब ने नगर पालिका से कोई अनुमति नहीं ली है और पालिका इसकी अनुमति दे भी नहीं सकता। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त प्रतीक्षालय जिला खनिज न्यास मद से बनाया गया है। निर्माण के बाद प्रतीक्षालय ऐसे ही पड़ा था इसलिए हमने उसमें कोई आपत्ति नहीं लगाई लेकिन यह जरूर कहा कि लायंस क्लब को रेनोवेशन लिखना था नव निर्मित नहीं। अब इतना सब होने के बाद भी जब रतन मित्तल लोकार्पण में शामिल होने गए तो इन सब बातों से अनजान कैसे रह गए? सरकारी सम्पत्ति को इस तरह से क्लब के बताने पर तो उन्हें किनारा कर लेना था और अध्यक्ष होने के नाते सीईओ से जवाब तलब करने के साथ लायन्स क्लब से भी पूछना था, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ।
0 प्रतीक्षालय लायंस क्लब ने नहीं बनवाया
इस सम्बन्ध में लायंस क्लब कटघोरा के अध्यक्ष अजय धनोदिया ने स्वीकार किया है कि वह प्रतीक्षालय लायंस क्लब द्वारा नहीं बनवाया गया है। उसका निर्माण डीएमएफ फंड से तीन साल पहले करवाया गया था लेकिन उसका उद्घाटन नहीं हुआ था हमने उसका रेनोवेशन करवाकर उद्घाटन करवाया है। अध्यक्ष के इस बयान ने सरकारी व्यवस्था पर सवाल तो उठा ही दिया है साथ ही यह भी साफ किया है कि उन्होंने सच जानते हुए भी इस तरह की मनमानी की है जिस पर क्लब के शीर्ष पदाधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिये जिससे क्लब की छवि पर असर पड़ा है। समाजसेवा निःसंदेह लायन्स क्लब के बेहतर कार्य है पर इस घटनाक्रम पर लोगों ने सवाल भी उठाए हैं।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)