कोरबा (खटपट न्यूज)। विकासखण्ड करतला के नवापारा निवासी श्री जीवन पटेल ने किसानों की आत्मनिर्भरता और किसान द्वारा उत्पादित फसलों को मिल रहे सही दामों के बारे में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को अपनी सफलता की कहानी सुनाई। उन्होंने 18 जून को लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम में हितग्राहियों से सीधे संवाद के दौरान मुख्यमंत्री को किसानों के स्वावलंबी बनने की कहानी बताई। श्री पटेल ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य शासन के कृषि, उद्यानिकी और वन विभाग के संयुक्त सहयोग से विकासखण्ड करतला के 13 गांव के 882 किसानों ने मिलकर महमाया बहुद्देशीय सहकारी समिति का गठन किया है। यह समिति किसानों से आम, काजू, ब्लैक राईस, चार-चिरौंजी एवं महुआ आदि फसलों का सही दाम में खरीदी कर किसानों को सेठ-साहूकार के कम दामों से छुटकारा दिला रही है। आदिवासी बहुल गांव के किसान अपनी मेहनत और लगन से समिति में जुड़कर खुद भी व्यवसाय में शामिल हो रहे हैं और खेती करने के नए-नए तकनीकों के बारे में भी शासन से सहायता प्राप्त कर खेती में लाभ कमा रहे हैं। श्री जीवन ने बताया कि महामाया समिति द्वारा वर्ष 2020-21 में कुल 90 लाख 94 हजार रूपए का व्यवसाय किया है। समिति के किसान उद्यानिकी विभाग की तकनीकी सहायता लेकर अंतरवर्ती फसल लेकर प्रति किसान 70-80 हजार रूपए का भी लाभ कमा रहे हैं। श्री जीवन पटेल ने लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह में मुख्यमंत्री श्री बघेल को अपनी समिति द्वारा उत्पादित फसलों आम, काजू एवं ब्लैक राईस को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिखाया। मुख्यमंत्री श्री बघेल महामाया समिति द्वारा किए जा रहे व्यवसाय से बहुत ही प्रफुल्लित हुए और समिति के सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
महतारी दुलार योजना से हिमांशी की बारहवीं तक की पढ़ाई होगी मुफ्त – छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के कारण अपने माता या पिता खोने वाले बच्चों की कक्षा बारहवीं तक की पढ़ाई का खर्च सरकार द्वारा वहन करने के फैसले से राज्य के बहुत से बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 18 जून को लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह के दौरान महतारी दुलार योजना का लाभ ले रही कोरबा की रामपुर निवासी हिमांशी कंवर से भी बात की। सुश्री कंवर ने बताया कि उनके पिता शिक्षा विभाग में कार्यरत थे। कोरोना संक्रमण से उनके पिता का देहांत हो गया। हिमांशी को महतारी दुलार योजना के तहत लायंस क्लब विद्यालय कोरबा में कक्षा सातवीं में नि:शुल्क प्रवेश मिला। हिमांशी ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से अपने माता-पिता को गंवाने वाले बच्चों के साथ सरकार पूरी तरह से सहयोग के लिए तत्पर है। राज्य शासन ने ऐसे बच्चों की कक्षा बारहवीं तक की पढ़ाई का खर्च वहन करने और उन्हें प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान करने का निश्चय किया है।
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