कोरबा (खटपट न्यूज़)। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार का आधा कार्यकाल खत्म हुआ, अब इस सरकार की उल्टी गिनती पूरी तरह शुरू हो गई है। ढाई वर्ष का यह कालखंड जनता से किए सभी वादे को तोड़ने, धोखाधड़ी, विश्वासघात और अराजकता के काले अध्याय के रूप में ही जाना जाएगा। पवित्र गंगाजल हाथ में लेकर किए गए तमाम घोषणाओं की जिस तरह इस सरकार ने अवहेलना की है, वैसा अन्य उदाहरण देश में कोई और नहीं है।
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने कोरबा प्रेस क्लब तिलक भवन में आयोजित पत्र वार्ता में कहा कि पूर्ण शराबबंदी का वादा करने वाली सरकार ने शराब को होम डिलीवरी शुरू कर दी। बदहाल कानून व्यवस्था से शान्ति का टापू रहा छत्तीसगढ़ देखते ही देखते अपराधगढ़ में बदल गया है। रोज यहां औसतन 7 बलात्कार हो रहे हैं। शासन के ही आंकड़े के अनुसार पिछले दो वर्ष में प्रदेश में 1828 हत्या, 1281 हत्या के प्रयास, 4939 बलात्कार, 12862 चोरी, 133 डकैती और 855 लूटपाट के मामले दर्ज किए गए हैं।
किसानों के कर्जमाफी का वादा के उलट सरकार ने पूरे प्रदेश को ही कर्ज के जाल में उलझा दिया। राज्य की प्रतिभूमि (बांड) को भी नीलाम कर दिया। पूरे प्रदेश की जमीन नीलाम कर रहे। पिछले ढाई वर्षों में करीब 300 किसानों ने आत्महत्या की जिनमें केवल 10 महीनों में ही 141 किसानों के आत्महत्या की बात शासन ने स्वीकारी किंतु किसी को मुआवजा नहीं दिया गया। किसान सम्मान निधि के लिए केंद्र को जानकारी नहीं दी जा रही है, उसे जानबूझ कर रोका जा रहा है। हर भूमिहीन परिवार को जमीन, सबके सिर पर छत, कब्जाधारी को पट्टा का वादा था पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदेश को दिए गए 6 लाख आवास में से 4 लाख 80 हजार आवास कांग्रेस ने वापस कर दिया। सुश्री पांडेय ने कहा कि हर घर रोजगार और एक लाख शासकीय नौकरी का वादा भी झूठा निकला। पीएससी में अराजकता चरम पर है, दर्जनों सवाल गलत पूछे जा रहे हैं।
राज्यसभा सांसद ने कोविड विफलता पर कहा कि प्रदेश में क्रिकेट आयोजन कराकर और मुफ्त पास बांटकर कोरोना की दूरी लहर को फैलाया गया। लोग मर रहे थे और भूपेश बघेल असम में प्रचार पर थे। 13 हजार से अधिक मौतें दर्ज की गई इसमें भी घोटाला कर हजारों मौतों को दर्ज ही नहीं किया गया। प्रदेश को मिले टीके में से 30 प्रतिशत से अधिक को बर्बाद कर देने का कलंक इस सरकार के सिर पर है। महासमुंद में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए उपहार सामग्री, रेडी टू ईट सामग्री खरीद में भ्रष्टाचार का अपराध अब साबित हो गया है। ढाई वर्ष में प्रदेश के सभी जिलों में हुई खरीदी की जांच करें तो सैकड़ों करोड़ का घोटाला केवल एक विभाग में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रेत माफिया, शराब माफिया, भू माफिया, हाथी माफिया, कोयला माफिया, ड्रग माफिया, जंगल माफिया समेत हर तरह के माफियाओं की पौ बारह हैं। अनेक मामलों में स्वयं कांग्रेस नेतागण इसमें संलिप्त हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट में भी लगभग सभी संकेतकों पर कांग्रेस सरकार फिसड्डी साबित हुई है।