0 मुख्य आरोपी मधुर साहू का शिकार होने से बची कई युवतियां,200 गर्लफ्रैंड की फेहरिस्त
कोरबा(खटपट न्यूज़)। 5 साल से गुमशुदा न्यूज़ एंकर सलमा सुल्ताना की हत्या कर शव दफन करने के मामले में अभी कई राज सामने आना शेष है। मुख्य आरोपी मधुर साहू के पास से मिले लैपटॉप और हार्ड डिस्क में कई राज अभी भी दफन हैं। संभावना है कि जैसे-जैसे पुलिस की विवेचना बढ़ेगी और लैपटॉप, हार्ड डिस्क खंगाले जाएंगे तो और कई जानकारियां सामने आएंगी।
फिलहाल प्रारंभिक विवेचना में भी कई बातें उजागर हुई है। सलमा की हत्या की योजना और हत्या कर दिए जाने के बारे में कई सफेदपोश लोगों को जानकारी थी लेकिन वे सभी खामोश बैठे रहे। जब सलमा के परिजनों ने जनवरी 2019 में उसके लापता होने और कुछ अनहोनी की आशंका पर कुसमुंडा थाना में सूचना दी, इसके 3 महीने पहले ही उसे मौत की नींद सुला दिया गया था। 21 अक्टूबर 2018 को शारदा विहार कॉलोनी के LIG- 17 नंबर मकान में मधुर साहू ने उसका गला घोंटा और कौशल श्रीवास ने उसके पैर को पकड़ रखा था। शारदा विहार का यह मकान मधुर साहू ने सलमा के साथ रहने के लिए किराए पर लिया था। सलमा से वह दस्तावेजी शादी कर चुका था और बतौर पत्नी साथ में रखा था। मधुर साहू की विवाहिता पत्नी न्यू अमरैय्या पारा स्थित मकान में रहती है और मधुर का शारदा विहार वाले मकान में आना- जाना होता था। मधुर साहू के लैपटॉप को थोड़ा बहुत खंगालने ज्ञात हुआ कि उसके करीब 200 युवतियों से प्रेम संबंध रहे हैं। कुछ युवतियों के आपत्तिजनक तस्वीर लैपटॉप में मिले हैं। अब यह लड़कियां खैर बना रही हैं कि मधुर के वहशियाना हरकत से वे बाल-बाल बच गई। वह ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मिला है जिसमें सलमा को ठिकाने लगाने और छुटकारा पाने के लिए योजना का उसने जिक्र कुछ लोगों से किया और हत्या करने के बाद भी उसने कई लोगों से इसका जिक्र किया। ऐसे कई सफेदपोश इस रिकॉर्डिंग में हैं। यदि जरूरत पड़ी तो आने वाले वक्त में पुलिस इस राज को जानने वालों को भी सह आरोपी बना सकती है।
पुलिस सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि मधुर द्वारा सलमा को मारने के लिए सुपारी भी दी जा चुकी थी हालांकि इसका प्रयास विफल रहा। इधर दूसरी तरफ जब पुलिस ने नर कंकाल की तलाश शुरू की, तब मधुर साहू को इसकी भनक लग चुकी थी और उसने लैपटॉप और मोबाइल से काफी कुछ डिलीट कर दिया लेकिन इसके बाद भी लैपटॉप से हार्ड डिस्क में ट्रांसफर की गई सामग्री या पुलिस के हाथ लग चुकी है। हार्ड डिस्क व लैपटॉप का एनालिसिस/रिकव्हरी किया जा रहा है। पूरा मामला सुलझाने में एएसपी अभिषेक वर्मा, प्रशिक्षु आईपीएस रोहित शाह, दर्री सीएसपी आईपीएस रॉबिन्सन गुडिय़ा के नेतृत्व में कुसमुंडा थाना प्रभारी निरीक्षक केके वर्मा, कोतवाली टीआई रूपक शर्मा और उनकी टीम का प्रमुख सहयोग रहा।
0 रुपयों की जरूरत ने पहुंचाया पुलिस तक
आरोपी मधुर साहू इस पूरे घटनाक्रम को सुलझाने की कवायद के बीच कोरबा से फरार हो गया। हालांकि उसकी कार पाली के जंगल से बरामद हुई थी लेकिन वह कार छोड़कर दूसरे साधन से भाग निकला और दिल्ली के आसपास रह रहा था। उसे कुछ रुपयों की आवश्यकता होने पर अपने साथी से संपर्क कर कोरबा आया हुआ था जहां मुखबिर की सूचना मिलने पर उसे कटघोरा बाईपास के आसपास से घेराबंदी कर दबोच लिया गया। थाना कोतवाली में आरोपी मधुर साहू पिता अजय कुमार साहू 37 वर्ष न्यू अमरैय्यापारा व कौशल श्रीवास पिता हीरादास 29 वर्ष दर्री सिंचाई कालोनी के विरुद्ध धारा 302 201 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। अतुल शर्मा पिता नरेश शर्मा 26 वर्ष रूमगरा ने क्रेटा कार क्रमांक सीजी-12 एव्ही-1615 में शव को ले जाकर भवानी मंदिर के सामने कोहडिय़ा पुल के आसपास दफन करने में सहयोग किया और राजदार था। इसलिए उसके विरुद्ध धारा 201 के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।
0 नर कंकाल मिला तो डीएनए टेस्ट होगा
एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी पर संदिग्ध जगह के आसपास सेटेलाइट डेटा, थर्मल इमेजिंग एवं ग्राउंड पेनेट्रेशन रॉडार मशीन के माध्यम से मृत देह का पता करने का प्रयास किया गया किंतु नेशनल हाईवे बनने के कारण सफलता नहीं मिली। चिन्हित जगह पर न्यायालय के आदेश पश्चात पुन: खुदाई कर नर कंकाल तलाशने की कोशिश होगी। कंकाल मिलने पर उसका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।