रायपुर. राज्य सरकार सात राज्यों से घिरे छत्तीसगढ़ को एडवेंचर वॉटर स्पोर्ट्स का हब बनाने की तैयारी कर रही है। कोरबा जिले के हसदेव बांगों में स्थित सतरेंगा की तर्ज पर अब राज्य के 9 अन्य वॉटर बॉडी को डेवलप करने की योजना है। सतरेंगा को अभी और सुविधायुक्त बनाया जा रहा है। यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट बनकर तैयार हो चुका है।
यहां सभी प्रकार के एडवेंचर स्पोर्ट्स और फ्लोएटिंग कॉटेजेस शुरू करने के अलावा क्रूज, हाउस बोट, स्पीड बोट,गोल्फ कोर्स तथा ओपन एयर ऑडिटोरियम तथा रिसॉर्ट भी शुरू करने की योजना है। विभागीय अफसरों का कहना है कि इन सभी 9 स्थानों के सर्वे का काम पूरा हो गया है और चरणबद्ध तरीके से इनको डेवलप किया जाएगा। पहले चरण में धमतरी जिले के मॉडम सिल्ली को विकसित किया जाएगा।
पहली बार माइस टूरिज्म : वॉटर टूरिज्म के रूप में छत्तीसगढ़ की पहचान बनाने के लिए राज्य में पहली बार सतरेंगा में माइस टूरिज्म शुरू की जा रही है। माइस टूरिज्म यानि एक ही स्थान पर मीटिंग्स, इंसेंटिंव, कांफ्रेंस एंड एग्जीबिशन सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें आम लोग के साथ ही प्रोफेशनल्स और कंपनियां काम के साथ-साथ पर्यटन का लुत्फ उठा सकते हैं।
ये स्थान होंगे डेवलप
सतरेंगा की तर्ज पर जिन 9 स्थानों को डेवलप किया जाएगा उनमें माडम सिल्ली, सरोधा दादर डैम, खूंटाघाट, समोदा बैराज, कोडार डैम, गंगरेल, दुधावा,घोघा जलाशय और संजय गांधी जलाशय मिलेनिया को चुना गया है।
छत्तीसगढ़ को वॉटर टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने की योजना है। इसके लिए प्रदेश के 9 डैम व वॉटर बॉडी को चिन्हित किया गया है, जहां एडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ ही क्रूज और अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी।
– इफ्फत आरा, प्रबंध संचालक, पर्यटन मंडल