Friday, January 24, 2025
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प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड सेंटर राधास्वामी परिसर में.

राधास्वामी परिसर समेत 3 हजार बेड उपलब्ध होंगे

राजधानी में पिछले 10 दिन लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि पाजिटिव आने के बाद दो-दो दिन तक सरकारी एजेंसियां इसलिए लोगों को अस्पताल नहीं पहुंचा रही हैं क्योंकि बेड नहीं है। इससे निपटने के लिए राजधानी में कोविड केयर सेंटर और बेड बढ़ाने का अभियान शुरू हुआ है और राधास्वामी सत्संग परिसर धरमपुरा में ऐसा सेंटर तैयार किया जा रहा है, जिसमें 2 हजार बेड होंगे। अफसरों का दावा है कि यह प्रदेश और संभवत: सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा अस्थायी कोविड केयर सेंटर होगा। दो-तीन दिन में शुरुआत 500 बेड से होगी और हफ्तेभर में यह इस क्षमता को हासिल कर लेगा। हालांकि दावा किया जा रहा है कि बहुत बड़ा शेड होने के कारण इसे 5 हजार बिस्तर वाले केयर सेंटर में भी तब्दील किया जा सकता है।

कोरोना का पहला केस राजधानी में आया, लेकिन तीन माह तक संक्रमण नहीं के बराबर था। लेकिन पिछले लगभग 20 दिन से हालात बुरी तरह बिगड़ गए हैं और कोरोना के नियंत्रण के लिए आर-पार की लड़ाई चल रही है। सबसे ज्यादा फोकस हर मरीज के लिए बेड की उपलब्धता है। इसमें कई सरकारी एजेंसियां लगी हैं, लेकिन निगम प्रशासन मरीजों की बढ़ती तादाद के मद्देनजर 3 हजार से ज्यादा बिस्तरों वाले 4 नए कोविड केयर सेंटर बना रहा है। इनमें अकेला राधास्वामी सत्संग भवन परिसर ही 2 हजार बिस्तरों वाला है। इसे बढ़ाकर 5 हजार किया जा सकता है। माना जा रहा है कि इसके तथा अन्य सेंटरों के शुरू होने के बाद हालात ऐसे भी हो सकते हैं कि अस्पताल केवल गंभीर मरीज ही जाएं, बाकी का केयर सेंटरों में ही इलाज हो जाए।

एचएनएलयू समेत कुछ सामाजिक भवनों में भी कुल हजार बेड के नए सेंटर

राधास्वामी सतसंग भवन के अलावा एचएनएलयू कैंपस में 500, अग्रसेन धाम और जैनम में 300-300 बिस्तर की क्षमता वाले कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। रायपुर को अब तक तीन अलग-अलग चरणों में दो-दो हजार बेड वाले केयर सेंटर बनाने का लक्ष्य मिला था इनमें से अब तक 5 हजार से ज्यादा क्षमता वाले 15 कोविड केयर सेंटरों में मरीजों का इलाज चल रहा है। निगम ने जुलाई से अगस्त के बीच सवा 3 हजार बिस्तरों वाले 11 कोविड सेंटर शुरू किए थे, जिनमें मरीज भर्ती हैं।

मौतों को रोकना चुनौती : कलेक्टर

राजधानी में अब चुनौती मौतों को रोकने की है। समय पर इलाज शुरू होने से इन्हें रोका जा सकता है। कोविड सेंटरों अभी पर्याप्त बेड हैं, समानांतर तैयारी भी है।
-डॉ. एस भारतीदासन, कलेक्टर ,रायपुर

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