Saturday, December 14, 2024
https://khatpatnews.com/wp-content/uploads/2024/11/digital-ad-4-november-copy.jpg
https://khatpatnews.com/wp-content/uploads/2024/10/kpt-advt-November-24-scaled.jpg
https://khatpatnews.com/wp-content/uploads/2024/11/20x10.pdf
Homeकोरबापुरातात्विक धरोहरों में कल्चुरी राजाओं का योगदान : देवांगन

पुरातात्विक धरोहरों में कल्चुरी राजाओं का योगदान : देवांगन


सहस्त्रबाहु जयंती पर निकली गई भव्य शोभायात्रा

कोरबा (खटपट न्यूज)। भगवान सहस्त्रबाहु जयंती समारोह का आयोजन सर्ववर्गीय जायसवाल समाज ने भव्य शोभायात्रा निकालकर व महाआरती के साथ-साथ भंडारा व विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ समाज के प्रतिभावान लोगों का सम्मान कर जयंती समारोह का आयोजन कर बड़े धूमधाम से मनाया।


सर्ववर्गीय जायसवाल समाज द्वारा पुराना बस स्टैण्ड स्थित रामजानकी मंदिर से भव्य शोभायात्रा का समाज के संस्थापक आनंद प्रसाद जायसवाल व अशोक जायसवाल, श्रीमती चंदा, कंचन, पल्लवी जायसवाल ने भगवान सहस्त्रबाहु की पूजा-अर्चना कर मुख्य मार्ग से निकाली गई शोभायात्रा मिशन रोड स्थित जायसवाल कल्चुरी भवन में संपन्न हुई। जहां स्वजातीय बंधुओं ने सहस्त्रार्जुन की पूजा-अर्चना कर महाआरती का आयोजन किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के श्रम, उद्योग व वाणिज्य मंत्री लखनलाल देवांगन के बतौर प्रतिनिधि पहुंचे पार्षद नरेन्द्र देवांगन ने भगवान सहस्त्रबाहु के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर भगवान की पूजा-अर्चना करते हुए समारोह को संबोधित करते हुए श्री देवांगन ने छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में भगवान सहस्त्रबाहु को मानने वालों को समृद्ध और शिक्षित समाज बताते हुए कहा कि आज समाज के युवा उच्च पदों पर है। यहाँ के शिलालेखों और अन्य पुरातात्विक धरोहरों में कल्चुरी राजाओं के महत्वपूर्ण योगदान का पता चलता है।

श्री देवांगन ने समाज की ओर से सौंपे गए मांग पत्र पर गंभीरता से विचार कर पूर्ण करने का आश्वासन देते हुए कहा कि सामाजिक विकास के लिए जब भी किसी भी प्रकार की मांग रखी जाएगी उसे पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित आनंद प्रसाद, मनोज पराशर, विरेन्द्र जायसवाल, मनमोहन कौशिक, मनीष जायसवाल, आशीष जायसवाल, रोशन जायसवाल, अनिल जायसवाल, शिव जायसवाल, जीवन जायसवाल, भुनेश्वर कश्यप, दीपक राय, भास्कर जायसवाल का समाज की ओर से स्वागत किया गया। इस अवसर पर समाज की ओर से बड़ी संख्या में स्वजातीय महिलाएं, पुरूष व बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments