जीत के लिए जूनून चाहिए, आत्मविश्वास रगों में खूब चाहिए, ये आसमान भी आएगा जमी पर, बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए…छत्तीसगढ़ के ऊर्जाधानी की ऊर्जावान बेटी स्नेहा बंजारे ने इसे सच साबित कर दिखाया है. दरअसल कोरबा शहर की रहने वाली स्नेहा ने ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का का मान बढ़ाया है.
कोरबा (खटपट न्यूज़)। ज़िले की स्नेहा बंजारे ने सीनियर वर्ग में -68 किग्रा में रजत पदक प्राप्त कर भारत देश को गौरवान्वित किया है। कोच खेत्रों महानंद ने जानकारी दी कि स्नेहा बंजारे ने लगातार 11 अलग-अलग देशों से जीतकर फाइनल राउंड में जगह बनाई एवं फाइनल राउंड (EGYPT) मिस्र देश के साथ लड़कर सिल्वर मेडल का ख़िताब अपने नाम किया.
इस प्रतियोगिता में विश्व के अमेरिका,इंग्लैंड,रुस,जॉर्डन समेत 84 देशों ने हिस्सा लिया एवं भारत देश से 49 खिलाड़ियो चयनित किए गए थे एवं छत्तीसगढ़ से एकमात्र महिला खिलाड़ी स्नेहा बंजारे का सिलेक्शन हुआ था.
स्नेहा एक सामान्य परिवार में पली बढ़ी है. वर्ष बचपन से लगातार कराते में अभ्यासरत है।स्नेहा वर्तमान मे गुरु घसीदास यूनिवर्सिटी में एम.पी.एड. फाइनल ईयर की छात्रा है।
👉वर्ष 2023 में गुरुघासीदास विश्वविद्यालय की ओर से खेलते हुए स्नेहा बंजारे ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर रजत पदक प्राप्त कर कराते में छत्तीसगढ़ एवं जीजीयू को पहला मेडल दिलाया था।
👉वर्ष 2023 में हुए एशियन कराते प्रतियोगिता के सिलेक्शन में छत्तीसगढ़ से पहली महिला खिलाड़ी स्नेहा बंजारे रही है।
👉साथ ही कई राष्ट्रीय कराते प्रतियोगिता में स्वर्ण एवं रजत पदक प्राप्त का ज़िले एवं प्रदेश का नाम रोशन कर चुकी है।
👉स्कूल पढ़ाई के दौरान एसजीएफ़आई (SGFI) में भी डीएवी स्कूल से खेलते हुए भी मेडलिस्ट रही है।
स्नेहा के प्रेरणा और मार्गदर्शक अपने बड़े भाई है।बड़े भाई अविनाश बंजारे इंजीनियर होने कि साथ-साथ सुबह शाम कोरबा सिटी सेंटर मॉल कोरबा एवं बाल्को अंबेडकर स्टेडियम में ज़िले के बच्चों को कराते का प्रशिक्षण देते है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शहर और देश का नाम रोशन करने पर लोगों मे हर्ष का माहौल है बधाई देने वालों का घर पर ताता लगा हुआ है।26 फरवरी को UAE से लौटने पर जोरसोर से स्नेहा के स्वागत की तैयारी चल रही है।