Saturday, July 27, 2024
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Homeकोरबाअवैध शराब के ठिकानों पर शराबियों का जमघट, नहीं होती कार्रवाई

अवैध शराब के ठिकानों पर शराबियों का जमघट, नहीं होती कार्रवाई

प्रतीकात्मक चित्र।

छुरीकला। नगर पंचायत छुरीकला के अनेक क्षेत्रों में कच्ची महुआ शराब बनाकर बिक्री करने का काम जोरों से चल रहा है। शराब बनाकर ग्रामीण सहित शहरी क्षेत्रों में खपाया जा रहा है। सुबह से इन स्थानों पर शराबियों का हुजूम उमड़ना शुरू हो जाता है। सूचनाओं पर अपने हिसाब से पुलिस व आबकारी विभाग द्वारा धर पकड़ जरूर किया जाता है लेकिन यह खानापूर्ति ही कही जा सकती है जिससे अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है।
स्थानीय लोगों के बताए अनुसार छुरीकला सहित बंचर पारा में खुले आम महुआ की कच्ची शराब बना कर बिक्री की जा रही है। इन ठिकानों पर सुबह से देर रात तक शराबियों का जमघट लगा रहता है। यहां कच्ची शराब बनाने का कार्य वर्षों से जारी है। पहले गिने-चुने लोग इस कार्य में लगे थे लेकिन आज शराब बनाने वालों की संख्या बढ़ गई है और दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। कुछ आदिवासियों की आड़ लेकर दीगर जाति व समाज के लोग भी कच्ची महुआ शराब बनाने लगे हैं। कोरोना लाकडाउन के दौरान शराब दुकानें बंद रहने से आसपास के क्षेत्रों में कच्ची शराब बनाकर बेची जाती रही और महुआ शराब की खपत व बढ़ती मांग को देखकर अन्य लोग भी इस काम से जुड़कर शराब बनाने लगे हैं। आज इसकी बिक्री गली -मोहल्लों में खुले आम की जा रही है। दूसरी तरफ अवैध शराब बनाकर बिक्री पर रोक लगाने के लिए गठित समितियों के कुछ लोग भी इस कार्य में लिप्त होने से रोकथाम संबंधी प्रयास विफल हैं। स्थानीय लोगों में इस बात पर भी आक्रोश है कि अवैध शराब पर रोक लगाने की मुख्य जिम्मेदारी आबकारी विभाग की है जो सुस्त है और दूसरी तरफ पुलिस भी ठोस कार्यवाही नहीं कर पा रही है जिससे अवैध शराब बिक्री का कारोबार तेज है।

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