रायपुर (खटपट न्यूज)। बीते चुनावों के दौरान बना जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन फिलहाल टूट चुका है लेकिन भविष्य के लिए बसपा के दरवाजे खुले हैं। आगे भी गठबंधन हो सकता है और इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता विचार-विमर्श कर निर्णय ले सकते हैं। समान विचारधारा वाले दल साथ आ सकते हैं।
मरवाही विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन उपरांत रिक्त सीट की पूर्ति के लिए उपचुनाव की तैयारी जारी है। ऐसे में जकांछ और बसपा का गठबंधन टूट चुका है। इस बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में बसपा से जैजैपुर विधानसभा विधायक केशव प्रसाद चंद्रा का कहना है कि मरवाही से उम्मीदवार उतारने के संबंध में कोई भी फैसला बसपा सुप्रीमो मायावती ही करेंगी लेकिन मेरा व्यक्तिगत मानना है कि सीट पर स्व. अजीत जोगी के परिवार को मौका देना चाहिए। बसपा और जकांछ का पुन: गठबंधन पर श्री चंद्रा ने दरवाजे खुले होने की बात कही। छत्तीसगढ़ में बसपा का भविष्य उज्जवल बताते हुए कहा है कि राज्य के मतदाताओं में आदिवासी वर्ग की बड़ी संख्या है और कांग्रेस और भाजपा ने आदिवासियों का सिर्फ उपयोग ही किया है। इनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ये लोग अब बसपा की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी का फोकस युवाओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़ने पर है और धन के मामले में निर्धन पार्टी होने के बाद भी प्रदेश में संगठन को मजबूत करने प्रयास जारी है।