राजनांदगांव। आधुनिकता के दौर में अपराध के तरीके भी आधुनिक हो गए हैं और ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऑनलाइन ठग नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. इस बार इन ऑनलाइन ठगों ने सेवानिवृत पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बनाया है, लेकिन इन शातिर ठगों को भी पुलिस ने ढूंढ निकाला और अपनी गिरफ्त में ले लिया.
सेवानिवृत पुलिसकर्मियों को अपनी ठगी का निशाना बनाने वाले 5 शातिर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने लाखों रुपए बरामद भी किया है. छत्तीसगढ़ के महासमुंद, कांकेर, राजनांदगांव, दंतेवाड़ा, रायपुर, सरगुजा, बिलासपुर सहित कुछ जिलों में सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों के साथ शातिर ठगों ने चंद दिनों में ही करीब 40 लाख रुपए की ठगी की थी. बीते दिनों 16 जुलाई को राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी थाने में सेवनिवृत्त पुलिसकर्मी भगवान सिंह सलामे ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि एक फोन कॉल में अपने आप को पेंशन अधिकारी बताकर उनसे एक ठग ने एटीएम कार्ड की संपूर्ण जानकारी ले ली और उनके खाते में जमा 18 लाख 33 हजार रूपये निकाल लिए. मामले की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया.
इसी बीच राजनांदगांव सहित छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से भी इसी तरह के मामले सामने आए. जिस पर शातिर आरोपियों की तलाश के लिए राजनंदगांव, महासमुंद और दंतेवाड़ा पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाकर आरोपियों की तलाश में लगाई गई. इस दौरान पुलिस को कुछ सुराग मिले और पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई. पुलिस ने सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों के साथ ठगी करने वाले बिहार के लीलावरण थाना बंधवापुरूवा निवासी आरोपी बाबर अली हेम्ब्राम, मनोज कुमार, रोहित कुमार यादव, पिंटू कुमार मंडल, जितेंद्र चौधरी को गिरफ्तार किया है. राजनंदगांव एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने इस मामले का खुलासा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया है.
पुलिस की गिरफ्त में आए ये शातिर ठग सेवा निवृत्त पुलिसकर्मियों से पेंशन अधिकारी बनकर उन्हें पेंशन राशि, पीएफ सहित अन्य मामलों में उलझाते थे और एटीएम कार्ड पर अंकित नंबर पूछकर उनके बैंक खाते से सारे रुपए निकाल लेते थे. यह सेवानिवृत्ति पुलिसकर्मियों के बारे में ऑनलाइन ही जानकारी इकट्ठा करते थे. पुलिस ने सभी आरोपियों को झारखंड और बिहार के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से दर्जनों मोबाइल सिम, 2 दर्जन से अधिक मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, लैपटॉप, कलर प्रिंटर सहित कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं. इस तरह से पुलिस ने एक अंतर राज्य ऑनलाइन शातिर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है.