कोरबा(खटपट न्यूज़)। कोरबा जिले में वैध और अवैध खनिज संबंधी निर्देश को हवा में उड़ाया जा रहा है। दो दिन पहले खनिज अमले ने जहां कार्यवाही की थी, वहां दूसरे ही दिन से फिर खनन शुरू हो गया है।
कोरबा जिले के करतला ब्लॉक के ग्राम केरवाद्वारी में दो दिन पहले अवैध मुरुम-मिट्टी खनन की सूचना पर खनिज अमले ने 1 फरवरी को मौके से 1 जेसीबी, 1 भरा ट्रेक्टर जप्त किया व पास में खड़े 3 ट्रेक्टर जप्त कर सुपुर्द करने की कार्यवाही उप संचालक खनि एसएस नाग के निर्देश पर की थी। मौके पर मौजूद मुरुम-मिट्टी जप्त नहीं की गई और बड़े दायरे में अवैध खनन की जांच पर फिलहाल सस्पेंस है। पेटी ठेकेदार हुकुमचंद राठौर द्वारा काम करना बताया गया है। इधर जप्ती के दूसरे ही दिन से उसी जगह फिर से अवैध खनन जारी हो गया है। अब कलेक्टर के निर्देश को हवा में उड़ाकर प्रधानमंत्री सड़क में अवैध सामग्री का उपयोग धड़ल्ले से जारी है। खनन का दायरा भी बहुत बड़ा है जिसमें असंख्य पेड़ भी धराशाई किये गये हैं।
जमीन वन विभाग, राजस्व विभाग, वन पट्टा प्राप्त अथवा निजी ही क्यों न हो, मिट्टी-मुरुम खनन की निर्धारित मात्रा/सीमा का उल्लंघन दूसरी जेसीबी और ट्रेक्टर वाहन लगाकर किया जा रहा है। वन, राजस्व विभाग को भी कोई मतलब नहीं रह गया और न ही सड़क विभाग के अधिकारी कोई गंभीरता वैध-अवैध संबंधी कलेक्टर के निर्देश का पालन करने में दिखा रहे हैं। यही आलम कटघोरा-पोड़ी क्षेत्र में रेल कॉरिडोर के मामले में भी है। जो जहां से पा रहा है, जमीन खोदकर सूरत बिगाड़ रहे हैं। वन, राजस्व और अन्य अमला या तो अनजान बन जाता है या फिर एक-दूसरे विभाग पर टाल देते हैं। चलिए एक बार जमीन का विवाद होगा लेकिन अवैध तरीके से कटने दर्जनों-सैकड़ों पेड़ और खोदी जाने वाली मिट्टी-मुरुम पर तो जांच व त्वरित कार्यवाही होनी चाहिए। एकाध कार्यवाही कर इसके पहले और बाद में हो रहे अवैध खनन को मौन स्वीकृति गंभीर विषय है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)